इमरान के पूर्व विधायक ने भारत से मांगी शरण, कहा- पाकिस्तान में सताए जा रहे अल्पसंख्यक
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसान (PTI) के एक पूर्व विधायक ने भारत में शरण मांगी है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बारीकोट आरक्षित सीट से विधायक रहे 43 वर्षीय बलदेव कुमार ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक को सताया जा रहा है इसलिए वो भारत से राजनीतिक शरण मांग रहे हैं। बलदेव कुमार 12 अगस्त को तीन महीने के वीजा पर भारत आए थे। उन्होंने अपनी बेटी और पत्नी को पहले ही भारत भेज दिया था।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर होते हैं अत्याचार- बलदेव
फिलहाल पंजाब में रह रहे बलदेव ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए उन्होंने अपने परिवार को भारत भेजा था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जाने पर उन्हें जान का खतरा है और वह भारत में राजनीतिक शरण चाहते हैं। बलदेव ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने में असमर्थ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इमरान पाकिस्तानी सेना और ISI के इशारों पर काम करते हैं।
"पाकिस्तान को तबाही की ओर ले जा रहे हैं इमरान"
एक समाचार चैनल से बात करते हुए बलदेव ने कहा कि मौजूदा दौर में पाकिस्तान में हर कोई परेशान है। इमरान खान चोरों को साथ लेकर चल रहे है। उन्होंने भारत सरकार से शरण देने की मांग करते हुए पाकिस्तान में सिख और ईसाई परेशान हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हर कोई जलील हो रहा है। इमरान खान की पार्टी लोगों पर जुल्म कर रही है। इमरान खान इस वक्त पाकिस्तान को तबाही की तरफ लेकर जा रहे हैं।
पाकिस्तान में बसे हिंदू और सिखों के लिए कुछ करें भारत सरकार- बलदेव
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए बलदेव ने बताया कि पाकिस्तान मे मुसलमान भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं भारत सरकार से शरण देने की मांग करता हूं। भारत सरकार को एक स्पेशल पैकेज की घोषणा करनी चाहिए ताकि पाकिस्तान में रहने वाले सिख और हिंदू यहां आ सके। मैं चाहता हूं कि मोदीजी उनके लिए कुछ करें। वहां उन पर जुल्म किए जा रहे हैं।"
बलदेव की पत्नी है भारतीय नागरिक
बलदेव की शादी साल 2007 में पंजाब के खन्ना की रहने वाली भावना से हुई थी। भावना अब भी भारतीय नागरिक हैं। उनके एक बेटा और एक बेटी है। बेटी थैलेसीमिया से पीड़ित है, जिसका इलाज चल रहा है।
सिर्फ दो दिन के लिए विधायक बने थे बलदेव
2016 में बलदेव के इलाके के विधायक की हत्या हो गई थी। इस मामले में बलदेव पर झूठे आरोप लगे और उन्हें दो साल जेल में बीताने पड़े। नियमों के मुताबिक, पाकिस्तान में अगर विधायक की मौत हो जाए तो चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाले उम्मीदवार को विधायक बना दिया जाता है। बलदेव को जब जेल से छोड़ा गया, तब विधानसभा के कार्यकाल में दो दिन बचे थे। वो इन दो दिनों के लिए विधायक बने थे।