बाबा सिद्दीकी राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किए गए, कई बड़े नेता रहे मौजूद
बाबा सिद्दीकी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। मरीन लाइंस स्टेशन के सामने बड़ा कब्रिस्तान में राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इससे पहले सिद्दीकी के आवास मकबा हाइट्स पर अंतिम दर्शन के लिए शव रखा गया। यहां सलमान खान, सुप्रिया सुले, सोहेल खान, पूजा भट्ट, पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन समेत कई दिग्गजों ने श्रद्धांजलि दी। बता दें कि 12 अक्टूबर को सिद्दीकी को मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मार दी गई थी।
एक आरोपी 21 अक्टूबर तक रिमांड में भेजा गया
सिद्दीकी पर उत्तर प्रदेश के शिवकुमार और धर्मराज कश्यप और हरियाणा के गुरमैल सिंह ने गोलियां चलाई थीं। धर्मराज और गुरमैल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि शिवकुमार फरार है। धर्मपाल और गुरमैल को आज कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने गुरमैल को 21 अक्टूबर तक रिमांड पर भेज दिया है। वहीं, धर्मपाल की उम्र को लेकर विवाद के बाद उसका ऑसिफिकेशन टेस्ट कराने के आदेश दिया है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर हत्या की जिम्मेदारी ली है। पोस्ट में लिखा है, 'सलमान खान, हम ये जंग चाहते नहीं थे पर तुमने हमारे भाई का नुकसान करवाया। आज जो बाबा सिद्दीकी के शराफत के पुल बांध रहे है, वह एक समय में दाऊद के साथ मकोका एक्ट में था। हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करेगा, अपना हिसाब-किताब लगा के रखना।'
हत्याकांड में शामिल चौथे आरोपी की भी पहचान हुई
पुलिस ने हत्याकांड में शामिल चौथे आरोपी की पहचान कर ली है। उसका नाम मोहम्मद जीशान अख्तर बताया जा रहा है, जो अभी फरार है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सभी आरोपियों ने जीशान के नाम पर ही किराे से कमरा लिया था। जीशान इसी साल 7 जून को पंजाब की पटियाला जेल से बाहर आया था। बताया जाता है कि पटियाला जेल में ही वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया था।
मुंबई पुलिस ने कहा- 15 टीमें कर रहीं जांच
मुंबई क्राइम ब्रांच के उपायुक्त दत्ता नालावडे ने कहा, "आरोपी पेपर स्प्रे (मिर्च) लेकर आए थे। वे पहले स्प्रे कर गोली चलाने वाले थे, लेकिन तीसरे आरोपी शिव कुमार ने सीधे गोली चला दी। आरोपियों के पास हथियार होने के बावजूद सिद्दीकी की सुरक्षा में लगे API दाभाड़े और उनकी टीम ने 2 आरोपियों को पकड़ा। एक आरोपी फरार हो गया। 15 टीमें जांच कर रही हैं। दूसरे राज्यों की पुलिस की भी मदद ली जा रही है।"
आरोपियों के परिजनों ने क्या कहा?
आरोपी शिवकुमार की मां ने कहा, "शिवा होली के 8 दिन बाद घर से निकला था। फोन पर ज्यादा बात नहीं होती थी। आज एक लड़का सड़क पर बात कर रहा था, तब हमें इसके बारे में पता चला और हम घबरा गए।" धर्मराज की मां ने कहा, "वो करीब 2 महीने पहले पुणे में कबाड़ का काम करने गया था। जब पुलिस हमारे घर आई, तब हमें इसके बारे में पता चला। वह कभी फोन नहीं करता था।"