अयोध्या: मंदिर में अकेले लगेगी भगवान राम के बाल स्वरूप की मूर्ति, जानें कारण
क्या है खबर?
अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप की मूर्ति को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बड़ी जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि 5 वर्ष के रामलला की प्रतिमा नीचे के तल पर अकेले रहेगी। ऊपर की मंजिल पर राम के साथ माता जानकी रहेंगी। साथ में राम के सभी भाई और हनुमान जी भी होंगे।
यह जानकारी उन्होंने एक वीडियो के माध्यम से एक्स पर साझा की।
राम मंदिर
राम की मूर्ति क्यों रहेगी अकेली?
चंपत राय ने बताया, "5 वर्ष के बालक के साथ जानकी कैसे आएंगी? 10-11 वर्ष की उम्र में विश्वामित्र ऋषि आए और उनको ले गए। यहां 5 वर्ष के अकेले बालक की प्रतिमा है, लेकिन वह नीचे रहेगी। ऊपर की मंजिल पर जानकी जी, भाई और हनुमान जी रहेंगे। उसको थोड़ा 6-8 महीने और लगेंगे।"
राय ने बताया कि श्याम रंग की बनी प्रतिमा 4 फीट 3 इंच (51 इंच) की होगी, जिसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए क्या बोले चंपत राय
भगवान श्री रामलला की जो मूर्ति बनी है, वह पाँच वर्ष के बालक का स्वरूप है। मूर्ति 51 इंच की है, काले पत्थर की है, और बहुत ही आकर्षक बनी है। pic.twitter.com/yTRHqk0uYi
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) January 6, 2024