अंकिता भंडारी हत्याकांड: पूर्व कर्मचारी का खुलासा- रिसॉर्ट में होता था वेश्यावृत्ति और ड्रग्स का कारोबार
क्या है खबर?
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में पिछले दिनों रिसॉर्ट मालिक द्वारा की गई अपनी रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी (19) की हत्या के मामले में मंगलवार को चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
रिसॉर्ट के पूर्व कर्मचारियों ने रिसॉर्ट में बड़े पैमाने पर ड्रग्स और वेश्यावृत्ति का व्यवसाय किए जाने का आरोप लगाया है। इसके बाद पुलिस ने रिसॉर्ट की इस एंगल से भी जांच शुरू कर दी है।
इधर, पुलिस मामले में आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है।
पृष्ठभूमि
क्या है अंकिता भंडारी हत्याकांड?
अंकिता पौड़ी के वनतारा रिसॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थीं। 18 सितम्बर को वैश्यावृत्ति के मामले को लेकर रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता ने ऋषिकेश जाते समय नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या कर दी थी।
परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को हत्या का मामला दर्ज कर तीनों आरोपयों को गिरफ्तार कर लिया था और शनिवार को नहर से शव बरामद किया था।
जांच
SIT की जांच में हुआ था चौंकाने वाला खुलासा
मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (SIT) ने रविवार को चौंकाने वाला खुलासा किया था।
SIT प्रभारी उपमहानिरीक्षक (DIG) पी रेणुका देवी ने कहा था कि रिसॉर्ट मालिक पुलकित आने वाले गेस्ट को एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए अंकिता पर दबाव बना रहा था। उसके इनकार करने पर ही आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया था।
अंकिता के व्हाट्सऐप चैट की जांच में उसके अपनी दोस्त को इसकी जानकारी देने की बात भी सामने आई थी।
आरोप
रिसॉर्ट के पूर्व कर्मचारियों ने लगाए गंभीर आरोप
NDTV के अनुसार, इस मामले में रिसॉर्ट के पूर्व कर्मचारी विवेक और उनकी पत्नी ऋषिता ने आरोपियों पर रिसॉर्ट में बड़े पैमाने पर अवैध शराब, गांजा सहित अन्य नशीले पदार्थ और वैश्यावृत्ति का धंधा चलाने का आरोप लगाया है।
दोनों ने अगस्त में अंकिता के रिसॉर्ट में नौकरी जॉइन करने से पहले ही काम छोड़ दिया था।
ऋषिता रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के पद कार्यरत थी और उनका पति विवेक हाउसकीपर के तौर पर काम करता था।
बयान
"मुझे भी वेश्यावृत्ति में शामिल करना चाहते थे आरोपी"
ऋषिता ने कहा, "मुझे महसूस हो गया था कि आरोपी मुझे भी वेश्यावृत्ति में शामिल करना चाहते हैं। वो मुझे गालियां देते थे और अभद्रता भी करते थे।"
उनके पति विवेक ने कहा, "मेरे विरोध करने पर आरोपियों ने चोरी के आरोप में मेरे साथ मारपीट की थी और मुझे ब्लैकमेल भी किया था। स्थानीय राजस्व उपनिरीक्षक ने भी न केवल मेरे साथ मारपीट की, बल्कि मुझे मानसिक रूप से भी प्रताड़ित करने में आरोपियों का साथ दिया था।"
बयान
आरोपियों के आश्वासन के बाद दोबारा शुरू किया था काम
विवेक ने बताया कि रिसॉर्ट में हो रहे अवैध व्यवसाय के कारण वह मानसिक रूप से परेशान हो गए थे और उन्होंने काम पर जाना बंद कर दिया था। इसके बाद तीनों आरोपियों ने उन्हें आगे से ऐसा न करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद उन्होंने फिर से काम पर जाना शुरू कर दिया था।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद आरोपियों ने फिर से वही काम शुरू कर दिया। इस पर उसने नौकरी छोड़ने का मन बना लिया।
आरोप
आरोपियों ने नौकरी छोड़ने की कहने पर लगाया चोरी का आरोप
विवेक ने बताया कि उसने जब पुलकित से वेतन मांगते हुए पत्नी सहित नौकरी छोड़ने की बात कही तो वह नाराज हो गया। उसने छोटी-मोटी चोरी का आरोप लगाकर उसके साथ मारपीट भी की थी। इस पर उन्होंने पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस ने मामला राजस्व उपनिरीक्षक के अधीन होना बताया।
विवेक ने बताया कि उपनिरीक्षक से शिकायत करने पर उसने कार्रवाई करने की जगह उसे ही हिरासत में लेकर बेरहमी से पिटाई की थी।
जानकारी
अंकिता के पिता ने भी लगाया था उपनिरीक्षक पर लापरवाही बरतने का आरोप
बता दें कि अंकिता के पिता ने भी राजस्व उपनिरीक्षक वैभव प्रताप पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इस पर जिलाधिकारी वीके जोगदांडे ने मंगलवार को उपनिरीक्षक को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा है।
प्रभावशाली
प्रभावशाली नेता का बेटा है मुख्य आरोपी
ऋषिकेश में रिसॉर्ट चलाने वाला और हत्या का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है।
पुलकित लॉकडाउन के दौरान भी विवादों में रहे थे, जब वो प्रतिबंध लागू होने के बावजूद उत्तर प्रदेश के एक विवादित नेता के साथ उत्तरकाशी के एक प्रतिबंधित स्थल पर गए थे।
हालांकि, अब इस मामले में विनोद आर्य ने पुलकित का बचाव करते हुए बहुत ही सीधा-साधा लड़का करार दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।