जम्मू-कश्मीर: गृह मंत्री अमित शाह ने किया पहाड़ी समुदाय को आरक्षण देने का ऐलान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू के राजौरी में रैली करते हुए राज्य के पहाड़ी समुदाय को शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि समुदाय को जल्द ही अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में शामिल करके आरक्षण प्रदान किया जाएगा। देश में ये पहली बार होगा जब किसी भाषाई समूह को आरक्षण दिया जाएगा। शाह ने पहाड़ी समुदाय के साथ-साथ गुर्जर और बकरवाल समुदायों को भी आरक्षण दिए जाने का ऐलान किया।
उपराज्यपाल द्वारा गठित आयोग की सिफारिश पर दिया गया आरक्षण
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इन तीनों समुदायों को आरक्षण देने के विषय पर एक आयोग का गठन किया था। रैली में आई बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि आयोग ने गुर्जर, बकरवाला और पहाड़ी समुदायों को आरक्षण देने की सिफारिश की है और जल्द ही उन्हें आरक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के तहत मिलने वाले विशेष दर्जे को खत्म करके ही ये आरक्षण संभव हो पाया है।
क्या है पहाड़ी समुदाय?
जम्मू-कश्मीर का पहाड़ी समुदाय कोई एक विशिष्ट समुदाय नहीं है, बल्कि कई भाषाई समुदायों का समूह है। इस समूह के लोग हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों से संबंध रखते हैं। पहाड़ी समुदाय के लोग काफी दिनों से मांग कर रहे हैं कि उन्हें गुर्जर और बकरवाल समुदाय की तरह ST का दर्जा देकर आरक्षण दिया जाए। गुर्जर-बकरवाल समुदाय पहाड़ियों को आरक्षण दिए जाने का विरोध कर रहे हैं, हालांकि उन्हें शाह की तरफ से आश्वासन दिया गया है।
पहाड़ी समुदाय को आरक्षण के ऐलान से भाजपा को हो सकता है फायदा
शाह ने पहाड़ी समुदाय को आरक्षण देने का ये ऐलान ऐसे समय पर किया है जब अगले साल की शुरूआत में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। राजौरी, हंदवाड़ा, पुंछ और बारामूला समेत कई इलाके में पहाड़ी समुदाय की बड़ी आबादी है और लगभग एक दर्जन सीटों पर उनका अच्छा-खासा प्रभाव है। ऐसे में पहाड़ी समुदाय को आरक्षण देने से विधानसभा चुनाव में भाजपा को फायदा हो सकता है।
रैली के कारण कई इलाकों में बंद किया गया इंटरनेट
बता दें कि अमित शाह की इस रैली के कारण जम्मू के कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। राजौरी और आसपास के इलाके में आज शाम 7 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शरारती तत्वों द्वारा दुरुपयोग की आशंका को इस फैसले का कारण बताया है। शाह तीन दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर सोमवार रात को जम्मू पहुंचे थे और कश्मीर में भी एक रैली को संबोधित करेंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
अमित शाह का जम्मू-कश्मीर दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब सोमवार रात को राज्य पुलिस के जेल प्रमुख हेमंत लोहिया की उदयवाला स्थित उनके दोस्त के घर पर हत्या कर दी गई। उनके नौकर यासिर ने कमरे में घुसकर पहले गला दबाकर उनकी हत्या की और फिर केचअप की टूटी हुई बोतल से उनका गला काट दिया। इसके बाद उसने लोहिया के शव को जलाने की कोशिश भी की। आरोपी नौकर को गिरफ्तार कर लिया गया है।