#MeToo: विंता नंदा रेप केस में आरोपी संस्कारी बापू आलोक नाथ को मिली अग्रिम जमानत
प्रोड्यूसर विंता नंदा द्वारा लगाए गए रेप के आरोप के बाद संस्कारी बापू के नाम से मशहूर बॉलीवुड अभिनेता आलोक नाथ को बड़ी राहत मिली है। आलोक नाथ को दिंडोशी सेशन कोर्ट ने अग्रिम जमानत दे दी है। इससे पहले इस मामले में आलोक नाथ के ऊपर गिरफ़्तारी की तलवार लटक रही थी। मामले में बीते 26 दिसंबर, 2018 को सुनवाई की गई थी, लेकिन फ़ैसला नहीं सुनाया गया था। अब सेशन कोर्ट ने अपना फ़ैसला सुना दिया है।
आलोक नाथ पर 19 साल पहले विंता नंदा का रेप करने का आरोप
बीते साल विंता नंदा ने #MeToo अभियान के तहत अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में यह आरोप लगाया था कि 19 साल पहले आलोक नाथ ने उनका रेप किया था। विंता ने आलोक पर नशीला पदार्थ पीला कर रेप करने का आरोप लगाया था। आलोक ने इसे नकारते हुए विंता पर मानहानि का केस भी कर दिया था। पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद 21 नवंबर, 2018 को मुंबई पुलिस ने आलोक के ख़िलाफ़ रेप का मामला दर्ज किया था।
केस दर्ज होने के बाद की थी अग्रिम जमानत याचिका दायर
विंता के आरोप और पुलिस द्वारा केस दर्ज करने के बाद आलोक नाथ के वकील ने 13 दिसंबर, 2018 को अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। विंता की वकील ने इसका जमकर विरोध किया था। कोर्ट में बहस के दौरान आलोक नाथ के वकील ने सभी आरोपों को गलत बताया। वहीं विंता की वकील ने कहा कि अगर आलोक नाथ पर लगे आरोप सही नहीं है तो वह क्यों कानून का सामना करने से डर रहे हैं।
तनुश्री दत्ता ने की थी बॉलीवुड में #MeToo की शुरुआत
#MeToo अभियान के तहत यौन शोषण के ख़िलाफ़ सबसे पहले तनुश्री दत्ता ने अपनी आवाज़ बुलंद की थी। उन्होंने अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए कहा था कि 'हॉर्न ओके प्लीज़' के एक गाने की शूटिंग के दौरान नाना उनके साथ ज़बरदस्ती इंटिमेट होना चाहते थे। इस आरोप के बाद बॉलीवुड दो हिस्सों में बँट गया था। कई लोगों ने तनुश्री को सपोर्ट किया तो कई ने तनुश्री पर ही हमला शुरू कर दिया था।