
अखिलेश यादव ने क्रिसमस से की दिवाली समारोह की तुलना, कहा- दीपकाें पर फिजूल खर्च क्यों
क्या है खबर?
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने दिवाली पर किए जाने वाले सरकारी खर्च पर सवाल उठाते हुए तीखी टिप्पणी की है। इस टिप्पणी ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। उन्होंने भारतीय त्योहार की तुलना दुनिया भर में मनाए जाने वाले क्रिसमस के जश्न से करते हुए कहा कि भारत को उनसे सीखना चाहिए और दीपकों पर होने वाले फिजूल खर्च से बचना चाहिए। आइए जानते हैं अखिलेश ने क्या बयान दिया है।
बयान
अखिलेश ने क्या दिया बयान?
अखिलेश ने एक सभा में कहा, "मैं भगवान राम के नाम पर एक सुझाव देना चाहूंगा। दुनिया भर में क्रिसमस के दौरान सभी शहर जगमगा उठते हैं और यह महीनों तक चलता है। हमें उनसे सीखना चाहिए। हमें दीपकों और मोमबत्तियों पर पैसा क्यों खर्च करना चाहिए और इसके लिए इतना सोचना क्यों चाहिए?" उन्होंने कहा, "हम इस सरकार से क्या उम्मीद कर सकते हैं? इसे हटा देना चाहिए। हम सुनिश्चित करेंगे कि यहां और भी खूबसूरत रोशनियां हों।"
ट्विटर पोस्ट
यहां सुने पूरा बयान
#WATCH | Lucknow | SP Chief Akhilesh Yadav says, "... I dont want to give a suggestion. But I will give one suggestion on the name of Lord Ram. In the entire world, all the cities get illuminated during Christmas. And that goes on for months. We should learn from them. Why do we… pic.twitter.com/HAL47migCC
— ANI (@ANI) October 18, 2025
तैयारी
दिवाली पर अयोध्या में जलाए जाएंगे 26 लाख से ज्यादा दीपक
यादव की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अयोध्या में दिवाली के लिए 26 लाख से अधिक दीपक जलाने की योजना है। अधिकारियों ने बताया कि राम की पौड़ी और 56 घाटों रिकॉर्ड 26,11,101 दीपक जलाए जाएंगे। भाजपा ने यादव की टिप्पणी की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि जब अयोध्या जगमगा रही है, तब उन्हें समस्या हो रही है।" राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि समाजवादी पार्टी शासन में अयोध्या को अंधेरे में रखा गया था।
आरोप
यादव पर विदेशी परंपराओं का महिमामंडन करने का आरोप
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी यादव की इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना की। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री पर भारतीय संस्कृति की बजाय विदेशी परंपराओं का महिमामंडन करने का आरोप लगाया। बंसल ने कहा, "जरा सुनिए, उत्तर प्रदेश के इस पूर्व मुख्यमंत्री ने दिवाली के मौके पर क्रिसमस की तारीफ की।" उन्होंने आगे कहा कि ईसाई धर्म के अस्तित्व में आने से पहले भी दिवाली मनाई जाती थी।
बयान
विहिप प्रवक्ता ने कहा- यादव हिंदुओं की खुशी से ईर्ष्या करते हैं
बंसल ने आगे कहा, "अखिलेश यादव अपनी सनातन विरोधी मानसिकता से कब मुक्त होंगे? अयोध्या की रौनक और हिंदुओं की खुशी पर ऐसी ईर्ष्या ठीक नहीं है।" उन्होंने यादव की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, "अयोध्या की रौनक और हिंदुओं की खुशी पर ऐसी ईर्ष्या ठीक नहीं है। शायद इसीलिए लोग अपनी पार्टी को समाजवादी पार्टी नहीं, बल्कि असमाजवादी पार्टी कहते हैं!" इस बयान पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही है।