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राजस्थान: नुपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ बयान देने वाला अजमेर दरगाह का खादिम गिरफ्तार
नुपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ बयान देने वाला अजमेर दरगाह का खादिम गिरफ्तार

राजस्थान: नुपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ बयान देने वाला अजमेर दरगाह का खादिम गिरफ्तार

Jul 06, 2022
11:43 am

क्या है खबर?

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाली पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्थान पुलिस ने उन्हें आज गिरफ्तार किया। सोमवार रात को FIR दर्ज किए जाने के बाद से ही पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। राज्य सरकार पर भी चिश्ती की गिरफ्तारी को लेकर दबाव बना हुआ था और तत्पर कार्रवाई की मांग हो रही थी।

विवादित बयान

सलमान चिश्ती ने क्या कहा था?

सोशल मीडिया पर वायरल अपने वीडियो बयान में सलमान चिश्ती ने कहा था कि जो भी नुपुर शर्मा का सिर उनके पास लाएगा, वह उसे अपना घर दे देंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्होंने पैगंबर के अपमान के लिए नुपुर को गोली मार दी होती। भाजपा से उन्होंने कहा था, "आपको सभी मुस्लिम देशों को जवाब देना होगा। यह मैं राजस्थान के अजमेर से कह रहा हूं और यह संदेश हुजूर ख्वाजा बाबा के दरबार का है।"

निंदा

सलमान चिश्ती के बयान की निंदा कर चुकी है अजमेर दरगाह

अजमेर दरगाह के दीवान के जैनुल आबेदीन अली खान का कार्यालय सलमान चिश्ती के बयान की निंदा कर चुका है और दरगाह को इस बयान से दूर किया है। उन्होंने कहा कि अजमेर दरगाह सांप्रदायिक सद्भाव का स्थान है और वीडियो में खादिम द्वारा व्यक्त किए गए विचारों को दरगाह का संदेश नहीं माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि ये एक व्यक्तिगत और बेहद निंदनीय बयान है। आरोपी की आपराधिक पृष्ठभूमि बताई जा रही है।

तनाव

उदयपुर हत्याकांड के कारण राजस्थान में बना हुआ है तनाव

गौरतलब है कि चिश्ती ने ये बयान ऐसे समय पर दिया था जब उदयपुर हत्याकांड के कारण राजस्थान में पहले से ही तनाव बना हुआ है। पिछले महीने के इस मामले में दो मुस्लिम कट्टरपंथियों ने एक हिंदू दर्जी कन्हैयालाल तेली की सरेआम गला काटकर हत्या कर दी थी। उन्होंने इस पूरी वारदात का वीडियो भी बनाया था। आरोपियों ने नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने के लिए दर्जी की हत्या की थी।

निंदा

अजमेर दरगाह ने की थी दर्जी की हत्या की निंदा

अजमेर दरगाह ने दर्जी की हत्या की भी निंदा की थी और कहा था कि भारत के मुस्लिम कभी भी देश में तालिबानीकरण की मानसिकता को नहीं उभरने देंगे। दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन ने कहा था, "कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा नहीं देता। विशेषकर इस्लाम धर्म में सभी शिक्षाएं शांति का स्त्रोत हैं।" उन्होंने कहा था कि वह हत्या की कड़ी निंदा करते हैं और सरकार को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।