पी-गेट: पेरिस-दिल्ली फ्लाइट में हुए प्रकरण में एयर इंडिया पर लगा 10 लाख रुपये का जुर्माना
क्या है खबर?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 6 दिसंबर को एयर इंडिया की पेरिस-दिल्ली फ्लाइट में एक यात्री द्वारा पेशाब किए जाने के मामले में जानकारी नहीं देने पर एयरलाइन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
DGCA ने कहा कि एयर इंडिया ने उसकी आंतरिक समिति को इस मामले की जानकारी देने में देरी दिखाई।
दरअसल, यात्री ने शराब के नशे की हालत में एक महिला यात्री की खाली सीट पर रखे कंबल पर पेशाब कर दिया था।
मामला
क्या है पूरा मामला?
ANI के मुताबिक, DGCA ने पेरिस से दिल्ली आ रही फ्लाइट में हुई घटना के आधार पर कार्रवाई की है।
बतौर रिपोर्ट्स, एक यात्री नशे की हालत में शौचालय में धूम्रपान कर रहा था और क्रू के निर्देशों का पालन नहीं कर रहा था। वहीं एक अन्य यात्री ने महिला सहयात्री की खाली सीट पर रखे कंबल पर पेशाब कर दिया। घटना के समय महिला सहयात्री शौचालय गई हुई थी।
नोटिस
DGCA ने जारी किया था कारण बताओ नोटिस
जनवरी में मामले की जानकारी सामने आने पर DGCA ने नियमों के उल्लंघन को लेकर एयर इंडिया के मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
एयर इंडिया ने 23 जनवरी को अपना लिखित जवाब दाखिल किया, जिसके बाद यह जुर्माना लगाया गया है।
बतौर रिपोर्ट्स, आरोपी के महिला से लिखित रूप से माफी मांगने के बाद उसके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई थी और उसे जाने दिया गया था।
जुर्माना
इससे पहले भी एयर इंडिया पर लगाया गया था जुर्माना
बता दें कि DGCA ने इससे पहले न्यूयॉर्क-दिल्ली फ्लाइट में शराब पीकर एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने के मामले में भी नियमों के उल्लंघन के लिए एयर इंडिया पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।
इसके अलावा ड्यूटी का निर्वहन न करने के लिए फ्लाइट के पायलट इन कमांड के लाइसेंस को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। वहीं आरोपी शंकर मिश्रा पर चार महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया था।
निर्देश
एयर इंडिया के CEO ने कर्मचारियों को दिए थे निर्देश
एयर इंडिया की फ्लाइट में पेशाब करने की घटना के बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) कैंपबेल विल्सन ने एयरलाइन के कर्मचारियों से फ्लाइट के दौरान किसी भी अनुचित व्यवहार की तुरंत जानकारी देने के लिए कहा था।
उन्होंने एयर इंडिया के कर्मचारियों को भेजे एक आंतरिक संदेश में कहा था कि मामला जितना बताया गया था, उससे कहीं अधिक पेचीदा था और इन मामलों से भविष्य के लिए सबक लिया जाना चाहिए।