कोरोना वायरस: तबलीगी जमात से जुड़े 1,300 विदेशियों सहित 9,000 लोगों को किया गया क्वारंटाइन
क्या है खबर?
कोरोना वायरस ने लगातार बढ़ते प्रकोप ने पूरी दुनिया को बेबस कर दिया है। भारत में भी कोरोना वायरस का प्रसार बड़ी तेजी के साथ होने लगा है।
इसका प्रमुख कारण है कि 13 से 15 मार्च के बीच दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में आयोजित हुए धार्मिक समारोह में हजारों की संख्या में लोगों का एकत्र होना।
हालांकि, सरकार ने जमात के समारोह में शामिल हुए करीब 9,000 लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन कर दिया है।
पृष्ठभूमि
क्या है तबलीगी जमात से संबंधित मामला?
13 से 15 मार्च के बीच निजामुद्दीन के मरकज में स्थित तबलीगी जमात की मस्जिद में एक धार्मिक समारोह हुआ था जिसमें विभिन्न राज्यों और देशों के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया था।
कार्यक्रम के बाद कुछ लोग अपने-अपने राज्य वापस लौट गए, वहीं लगभग 2,000 लोग पाबंदियों का उल्लंघन करते हुए मस्जिद में ही रुके रहे।
तभी से विभिन्न राज्यों में आयोजन में शामिल रहे तबलीगी जमात के सदस्यों की पहचान करके उन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है।
विदेशी
क्वारंटाइन किए गए लोगों में शामिल हैं 1,300 विदेशी
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि जमात से जुड़े और उनके संपर्क में आए करीब 9,000 लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। इनमें 1,306 विदेशी हैं।
दिल्ली में 250 विदेशी सहित करीब 2,000 जमात कार्यकर्ता थे। इनमें से 1,804 को आइसोलेशन वार्डों में और सामान्य लक्षण वाले 302 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा कि जमात से जुड़े लोगों की संख्या और बढ़ सकती है।
जानकारी
कुल मामलों में से 400 तबलीगी जमात से जुड़े
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक देश में अब तक मिले कुल 1,965 संक्रमित लोगों में 400 निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि देश में जमात से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
संक्रमित
तमिलनाडु में हुई जमात से जुड़े सबसे ज्यादा लोगों में संक्रमण की पुष्टि
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव अग्रवाल ने बताया कि तमिलनाडु में तबलीगी जमात से जुड़े सबसे ज्यादा 173 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
इसी तरह आध्र प्रदेश में 67, राजस्थान से 11, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 9, दिल्ली में 47, तेलंगाना में 33, असम में 16, जम्मू-कश्मीर से 22 और पुदुचेरी और गुजरात में दो-दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
उन्होंने बताया कि सभी का आइसोलेशन वार्डों में उपचार चल रहा है।
पाबंद
राज्य सरकारों को लॉकडाउन नियमों का सख्ती से पालन कराने को कहा
संयुक्त सचिव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़ों की नियमित ब्रीफिंग के दौरान सभी राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों को लॉकडाउन के नियमों की सख्ती से पालना कराने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत लॉकडाउन का उल्लंघन करना एक दंडनीय अपराध है।
उल्लंघन करने वालों को जुर्माना, जेल तथा दोनों की सजा से दंडित किया जा सकता है। सरकारों को ठोस कार्रवाई के लिए कहा गया है।
सुझाव
प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों से कही एक समान रणनीति बनाने की बात
इससे पहले दोपहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से जांच, पता लगाना, आइसोलेट और क्वारंटाइन को प्राथमिकत देने की अपील की।
उन्होंने लॉकडाउन के निर्णय का समर्थन करने वाली राज्य सरकारों को धन्यवाद दिया तथा भविष्य में भी सहयोग की अपील की।
इस दौरान उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन के बाद लोगों को एक साथ बाहर आने से रोकने के लिए एक समान रणनीति बनाने को कहा।
नए मामले
पिछले 24 घंटे में 328 लोगों में हुई संक्रमण की पुष्टि
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश 29 राज्य और सभी केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटे में 328 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,965 हो गई है। इस तरह अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी तरह अब तक 151 लोगों को पूरी तरह स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। महाराष्ट्र में कुल मामलों की संख्या 335 तो कर्नाटक में बढ़कर 110 हो गई है।