मध्य प्रदेश: मुरैना में पटाखों के गोदाम में विस्फोट; 4 की मौत, कई घायल
मध्य प्रदेश के मुरैना में पटाखों के एक गोदाम में हुए विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई, वहीं कम से कम सात लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा कई लोग मलबे में भी दबे हुए हैं। पटाखे एक घर में बने गोदाम में हुए और धमाके में पूरा घर उड़ गया। घटना में आसपास के घरों को भी नुकसान पहुंचा। अभी पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव अभियान चला रही हैं।
गोदाम में दिवाली के लिए स्टोर किए जा रहे थे पटाखे
घटना मुरैना के बानमोर नगर के जैतपुर गांव में हुई। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, यहां के एक मकान के गोदाम में दिवाली के लिए पटाखे रखे जा रहे थे। गोदाम में पटाखों के स्टोरेज और पैंकिंग के साथ-साथ कुछ लोग पटाखे बनाने का कार्य भी कर रहे थे। इसी दौरान किसी तरह पटाखों में आग लग गई और गोदाम में विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना तेज था कि मकान पूरी तरह ढह गया।
स्थानीय कारोबारी का था गोदाम, मकान में थे किराएदार
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, गोदाम बानमोर के ही स्थानीय कारोबारी निर्मल जैन का था और मकान में कुछ किराएदार भी रह रहे थे। धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बचाव अभियान शुरू किया। मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका है और तीन बुलडोजरों की मदद से इसे हटाया जा रहा है।
सातों घायलों की हालत गंभीर, ग्वालियर और मुरैना रेफर किया गया
मुरैना के जिलाधिकारी बी कार्तिकेयन ने बताया कि धमाके में कुल चार लोगों की मौत हुई है, वहीं कम से कम सात लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी घायलों की स्थिति नाजुक है और उन्हें ग्वालियर और मुरैना रेफर किया गया है। उन्होंने बताया कि मलबे से एक बच्चे को भी बचाया गया है। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जा रही है कि विस्फोट सिलेंडर फटने की वजह से हुआ या बारूद की वजह से।
घटना ने झाबुआ में हुए विस्फोट की यादें की ताजा, मरे थे 73 लोग
मुरैना में हुए इस धमाके ने मध्य प्रदेश के ही झाबुआ जिले के पेटलावद में 12 सितंबर, 2015 को हुए धमाके की याद दिला दी है। जिलेटिन की छड़ों में आग लगने से यह विस्फोट हुआ था और इसमें 73 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 70 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। यह विस्फोट इतना तेज था कि 11 किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी थी और तीन घर पूरी तरह तहस-नहस हो गए थे।