गुजरात ATS ने ISIS से जुड़े 3 संदिग्धों को पकड़ा, हमलों की बना रहे थे योजना
क्या है खबर?
गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने अहमदाबाद से 3 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। कथित तौर पर ये तीनों पूरे देश में आतंकी हमलों की साजिश रच रहे थे और इनका संबंध इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) से भी है। इनके पास से कुछ हथियार भी बरामद हुए हैं। गुजरात ATS का कहना है कि इन तीनों संदिग्धों पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी और पुख्ता जानकारी मिलने के बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया है।
संदिग्ध
कौन हैं तीनों संदिग्ध?
गिरफ्तार किए गए संदिग्धों के नाम डॉक्टर अहमद मोहिउद्दीन सैयद, मोहम्मद सुहेल और आजाद सुलेमान सैफी है। सुलेमान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर और सुहेल शामली जिले का रहने वाला है। वहीं, डॉक्टर अहमद हैदराबाद से है। तीनों उत्तर प्रदेश से गुजरात के अडालज पहुंचे थे। यहां हथियारों की डिलीवरी लेते समय इन्हें टोल प्लाजा के पास से एक कार से गिरफ्तार किया गया। डॉक्टर अहमद ने चीन से MBBS की पढ़ाई की है।
हमले
बड़े शहरों में हमले की बना रहे थे योजना
गुजरात ATS के DIG सुनील जोशी के मुताबिक, हैदराबाद निवासी डॉक्टर अहमद के बारे में कई महीनों से जानकारी मिल रही थी कि वो कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल है। इसी आधार पर उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी। जोशी ने आगे बताया कि इन संदिग्धों ने लखनऊ, दिल्ली और अहमदाबाद के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जासूसी की और कश्मीर में भी उनकी गतिविधियों का पता लगाया गया।
ATS
पिस्तौल, कारतूस समेत केमिकल बरामद
ATS ने संदिग्धों के पास से 3 पिस्तौल, 30 कारतूस और 4 लीटर अरंडी का तेल बरामद किया है, जो घातक जहर 'रिसिन' के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाला एक रसायन है। अधिकारियों ने बताया कि चीन से MBBS की डिग्री हासिल करने वाला डॉक्टर अहमद आतंकी योजना के तहत रिसिन तैयार करने की कोशिश कर रहा था। अहमद मोहिउद्दीन अबू खदीजा नाम के एक टेलीग्राम यूजर के संपर्क में था, जिसके ISKP से जुड़े होने की आशंका है।
हथियार
हथियार लेने आए थे अहमदाबाद
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने जो हथियार बरामद किए हैं, यह राजस्थान के हनुमानगढ़ से मंगवाए गए थे। बाद में इन्हें गुजरात के कलोल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि अहमद हथियारों की डिलीवरी देने आया था। ATS ने तीनों को हथियारों के साथ पकड़ लिया। अब ATS यह पता लगा रही है कि हथियारों की तस्करी में और कौन-कौन शामिल था। इस पूरे अभियान में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी शामिल थीं।