मुंबई: मॉल में बने कोरोना अस्पताल में लगी आग, नौ लोगों की मौत
मुंबई के एक मॉल में स्थित कोरोना अस्पताल में आग लगने से नौ लोगों मौत हो गई है। मुंबई अग्निश्मन विभाग के मुख्य अधिकारी ने यह जानकारी दी है। गुरुवार देर रात लगी आग को बुझाने के लिए दमकल विभाग की 22 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। वहीं मेयर ने मॉल में अस्पताल होने पर हैरानी जताई है।
मॉल की तीसरी मंजिल पर स्थित है अस्पताल
इंडिया टुडे के अनुसार, मुंबई के भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल की तीसरी मंजिल पर सनराइज अस्पताल में कोरोना मरीज भर्ती थे। अस्पताल में कुल 76 मरीजों का इलाज चल रहा था, जिनमें से 73 कोरोना संक्रमित थे। रात को लगभग 12:30 बजे आग लगने के बाद सभी मरीजों को अलग-अलग अस्पताल में भेजा गया है। प्रशासन ने आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं।
सुबह तक पाया गया आग पर काबू
घटना की जानकारी देते हुए एक पुलिसकर्मी ने बताया कि आग लगने से दो लोगों की मौत हुई है। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की 22-23 गाड़ियों को लगाया गया था। आज सुबह तक आग बुझाने के प्रयास जारी थे।
मॉल में अस्पताल देख मेयर ने जताई हैरानी
आग लगने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची मुंबई की मेयर ने मॉल में अस्पताल होने पर हैरानी व्यक्त की है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "आग लगने के कारणों का अभी पता लगाया जाना बाकी है। मैंने पहली बार मॉल में कोई अस्पताल देखा है। यह एक गंभीर स्थिति है। सात मरीज वेंटिलेटर पर थे। कोरोना संक्रमितों समेत सभी मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।"
महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रही है मुंबई
कोरोना अस्पताल में आग लगने की यह घटना ऐसे समय हुई है, जब मुंबई कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रही है। बीते कुछ दिनों से यहां रिकॉर्ड संख्या में मरीज मिल रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को मुंबई में संक्रमण के 5,504 नए मामले सामने आए। महामारी की शुरुआत के बाद शहर में मिले दैनिक मामलों में यह सबसे बड़ी संख्या है। इससे पहले बुधवार को 5,285 लोग संक्रमित पाए गए थे।
पहले भी हो चुकी हैं कोरोना अस्पतालों में आग की घटनाएं
देश में कोरोना अस्पतालों में आग लगने का यह पहला मामला नहीं है। पिछले साल नवंबर में गुजरात के राजकोट स्थित उदय शिवानंद अस्पताल में आग लगने से पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी। इस अस्पताल में 30 से अधिक कोरोना संक्रमित भर्ती थे। उससे पहले अगस्त में गुजरात के ही अहमदाबाद के नवरंगपुर इलाके में स्थित प्राइवेट श्रेय अस्पताल में आग लगी थी, जिसमें आठ कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी।