राजस्थान: 15 नए चेहरों ने ली मंत्री पद की शपथ, पायलट ने जताई फेरबदल पर खुशी
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में 15 नए चेहरों को शामिल किया गया है और आज राजभवन में हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने शपथ ली। शपथ लेने वालों में 11 कैबिनेट मंत्री और चार राज्यमंत्री शामिल हैं। सचिन पायलट की नाराजगी दूर करने और जातीय समीकरणों को साधने के लिए कैबिनेट में ये फेरबदल की गई है। पायलट के पांच विश्वस्तों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है और उन्होंने इस फेरबदल पर खुशी जताई है।
इन नए चेहरों ने ली शपथ
फेरबदल में हेमाराम चौधरी, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, ममता भूपेश, शकुंतला रावत, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली और गोविंद मेघवाल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वहीं जाहिदा, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढा और मुरारी लाल मीणा को राज्यमंत्री बनाया गया है। इन चेहरों में रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, बृजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा और हेमाराम चौधरी की गिनती सचिन पायलट के करीबी नेताओं में होती है।
पायलट बोले- अच्छा संदेश देती है नई कैबिनेट, कांग्रेस में कोई फूट नहीं
पायलट ने कैबिनेट फेरबदल पर खुशी जताते हुए कहा कि नई कैबिनेट ने पुरानी कमियों को दूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि नई कैबिनेट अच्छा संदेश देती है और इसमें दलित और आदिवासी भाई-बहनों को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। पार्टी में फूट के सवाल पर उन्होंने कहा, "हम साथ हैं। हम चुनाव साथ लड़े थे और सरकार साथ में बनाई थी। कांग्रेस में बस एक धड़ा है।" उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस 2023 का विधानसभा चुनाव भी जीतेगी।
कुछ नेता फेरबदल से नाराज, गहलोत ने की साधने की कोशिश
कांग्रेस के कुछ नेता कैबिनेट फेरबदल से नाराज भी नजर आ रहे हैं और उन्होंने सार्वजनिक तौर पर इस फेरबदल पर सवाल खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन नेताओं को साधते हुए कहा कि जिन लोगों को कैबिनेट में शामिल नहीं किया जा सका, उनका प्रशासन में मंत्री बनाए गए लोगों से कम नहीं है। ट्वीट करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कांग्रेस सरकार ने प्रदेश का विकास किया है।
फेरबदल में जातिगत समीकरणों का भी रखा गया ध्यान
राजस्थान सरकार के इस कैबिनेट फेरबदल में जातिगत समीकरणों को भी ध्यान में रखा गया है। भजनलाल जाटव, ममता भूपेश और टीकाराम जुली तीनों अनुसूचित जाति समुदाय से आते हैं और इन्हें राज्यमंत्री से पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है। अनुसूचित जनजाति समुदाय से गोविंद राम मेघवाल और रमेश मीणा को कैबिनेट और मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री बनाया जाएगा। रामलाल जाट और हेमाराम चौधरी जाट नेता हैं, वहीं बृजेंद्र सिंह ओला ब्राह्मण समुदाय से आते हैं।
लंबे समय से हो रही थी मंत्रिमंडल में बदलाव की मांग
2018 में सत्ता संभालने और पिछले साल तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के करीब 16 महीने बाद अशोक गहलोत सरकार में पहली बार मंत्रिमंडल में बदलाव हो रहा है। पायलट लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे और उन्होंने इस सिलसिले में कई बार दिल्ली आकर गांधी परिवार से मुलाकात की थी। हालिया दिनों में गहलोत ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात कर इस बारे में विचार-विमर्श किया था। प्रियंका गांधी भी पूरी प्रक्रिया में शामिल रहीं।