दिल्ली में 12 वर्षीय किशोर से गैंगरेप, मारपीट कर घायल अवस्था में छोड़ा
देश की राजधानी दिल्ली में अब बालिकाएं और महिलाएं ही नहीं, बल्कि लड़के भी सुरक्षित नहीं है। यही कारण है कि सीलमपुर थाना क्षेत्र में चार लोगों ने एक 12 वर्षीय किशोर के साथ पहले तो गैंगरेप किया और फिर उसे लाठियों से बेरहमी से पीटा। इसके बाद आरोपी उसे मृत समझकर सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। इस दौरान राहगीरों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने अब तक एक को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने 18 सितंबर को दिया घटना को अंजाम
पुलिस ने बताया कि 18 सितंबर की रात को किशोर घर के बाहर खेल रहा था। उसी दौरान वहां आए चार युवक उसे उठाकर अपने साथ ले गए और उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने किशोर के साथ पहले तो लाठियों से मारपीट की और फिर उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दी। इससे किशोर की बेहोश हो गया। बाद में आरोपी उसे मृत समझकर सड़क किनारे ही छोड़कर चले गए।
DCW की शिकायत पर दर्ज हुई FIR
पुलिस ने बताया कि बच्चे को लहुलुहान हालत में सड़क किनारे देखकर राहगीरों ने उसे अस्पताल पहुंचाया और दिल्ली महिला आयोग (DCW) को इसकी सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे DCW अधिकारियों ने किशोर के परिजनों से घटना की जानकारी ली और फिर सीलमपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली में अब लड़के भी सुरक्षित नहीं- मालीवाल
इस घटना को लेकर DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पुलिस को नोटिस जारी किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'दिल्ली में लड़की तो क्या लड़के भी सुरक्षित नहीं हैं। एक 12 साल के लड़के के साथ चार लोगों ने बुरी तरह से रेप किया और डंडों से पीटकर अधमरी हालत में छोड़कर चले गए। हमारी टीम ने FIR दर्ज करवाई। पुलिस ने एक आरोपी गिरफ्तार किया है और तीन अभी भी फरार है। दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया गया है।'
यहां देखें ट्वीट
DCW ने 28 सितंबर तक मांगी रिपोर्ट
इस घटना को लेकर DCW की ओर से पुलिस को जारी किए गए नोटिस में 28 सितंबर तक FIR की कॉपी के साथ की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। नोटिस में कहा गया है कि पुलिस को घटना की जानकारी तक नहीं लगी। DCW की शिकायत के बाद FIR दर्ज हुई थी। राजधानी में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस की यह व्यवस्था ठीक नहीं है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।