
जुबीन गर्ग का पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, उमड़ा प्रशंसकों का सैलाब
क्या है खबर?
असम के रॉकस्टार जुबीन गर्ग का स्काई डाइविंग करते दौरान निधन हो गया था। उनके जाने से जिस तरह गुवाहाटी की गलियां शोक में डूबी थीं, उसी तरह उनकी अंतिम विदाई के लिए लोगों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज किया गया। 23 सितंबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। पति के पार्थिव शरीर के पास हाथ जोड़कर बैठीं पत्नी गरिमा भी इस दौरान खुद को संभाल नहीं पाईं।
अंतिम यात्रा
दी गई 21 तोपों की सलामी
जुबीन को आखिरी बार देखने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ जुटी। उनकी अंतिम यात्रा गुवाहाटी के अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से श्मशान घाट के लिए शुरू हुई। 21 तोपों की सलामी के साथ गायक पंचतत्व में विलीन हो गए। जुबीन के पार्थिव शरीर के पास हाथ जोड़कर बैठीं उनकी पत्नी गरिमा गर्ग की झलकियां दिल कचोटने वाली हैं। गरिमा अपने पति के पार्थिव शरीर के सामने हाथ जोड़कर बैठी रहीं और रोती-बिलखती रहीं।
अंतिम संस्कार
ढेर सारी यादों के बीच पंचतत्व में विलीन हुए गायक
कमरकुची एनसी गांव श्मशान घाट पर जुबीन की बहन, पाल्मे बोरठाकुर और उनके भतीजे ने उनकी चिता को अग्नि देने की रस्म निभाई। परिवार के लोगों और उनके चाहने वालों ने उन्हें नम आंखों से अलविदा कहा। श्मशान घाट में मौजूद जुबीन के प्रशंसक उनका सबसे लोकप्रिय गाना 'मायाबिनि' गाते रहे। जुबीन के शव का गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दूसरी बार पोस्टमॉर्टम किया गया और इसके बाद उनका पार्थिव शरीर दोबारा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स लाया गया।
यादें
अंतिम संस्कार से पहले लिए गए जुबीन के पांव के निशान
जुबीन को अलविदा कहने के लिए उनके पालतू कुत्ते भी पहुंचे। वो पत्नी के साथ ताबूत तक गए। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू भी जुबीन के अंतिम संस्कार में पहुंचे। जुबीन की फैन फॉलोइंग बहुत तगड़ी है। यही वजह है कि उनकी विरासत को बनाए रखने के लिए उनके पांव के निशान लिए गए । जुबीन के पदचिन्हों को संरक्षित कर स्मारक बनाया है, जो गायक की संगीत विरासत को हमेशा अमर रखेगा।
ट्विटर पोस्ट
मुख्यमंत्री ने किया ये पोस्ट
The last time that I got to see #BelovedZubeen. From now on he will live in Assam’s soul , mind and hearts... pic.twitter.com/uRIExoGO7e
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 23, 2025
निधन
19 सितंबर को इस दुनिया को अलविदा कह गए थे जुबीन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुबीन की मौत से शोक में डूबे लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए रविवार को रातभर कतार में खड़े रहे और घंटों इंतजार करते रहे। ये प्रशंसक रविवार से ही अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे, ताकि वे अपने चहेते कलाकार को अंतिम बार देख सकें। जुबीन का 19 सितंबर, 2025 को सिंगापुर में निधन हुआ था। वो स्कूबा डाइविंग करने गए थे, इसी दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।