मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन के परिवार ने जारी किया बयान, बताई मौत की वजह
तबला वादक जाकिर हुसैन ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। बीते दिन उनके परिवार ने यह जानकारी दी थी कि उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और वह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्होंने दम तोड़ दिया। अब जाकिर के परिवार ने एक बयान जारी कर उनकी मौत की वजह बताई है।
परिवार ने जारी किया बयान
जाकिर के परिवार ने बताया कि तबला वादक की मौत इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से हुई, जो फेफड़ों को प्रभावित करने वाली एक गंभीर बीमारी है। उनके परिवार ने कहा, "एक शिक्षक और गुरु के रूप में उनके विपुल कार्य ने अनगिनत संगीतकारों पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्हें उम्मीद थी कि वे अगली पीढ़ी को और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। वह अपने पीछे एक अद्वितीय विरासत छोड़ गए।" इसके साथ उनके परिवार ने गोपनीयता का अनुरोध किया।
जाकिर को मिले कई बड़े सम्मान
साल 1951 में मुंबई में जन्मे जाकिर को भारत सरकार ने पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। इस साल शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन समेत 4 भारतीयों ने संगीत जगत का सबसे बड़ा सम्मान ग्रैमी पुरस्कार जीता था। जाकिर और शंकर ने अपने फ्यूजन बैंड 'शक्ति' के लिए 'बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम' का पुरस्कार अपने नाम किया था। जाकिर ने अपने पिता के मार्गदर्शन में 3 साल की उम्र में तबला सीखना शुरू कर दिया था।