OTT प्लेटफॉर्म पर कैसे होती है फिल्मों की कमाई? जानिए पूरा गणित
क्या है खबर?
OTT प्लेटफॉर्म का चलन पिछले कुछ सालों से खूब बढ़ गया है। बढ़े भी क्यों ना, यहां एक से बढ़कर एक सीरीज और अलग तरह का कंटेंट जो देखने को मिल रहा है।
बड़े निर्माता-निर्देशक तक सिनेमाघरों के बजाय अपनी फिल्में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ला रहे हैं। OTT ने लोगों की जिंदगी में वो जगह ले ली है कि वे कभी भी फोन उठाए अपना पसंदीदा शो या फिल्म देख लेते हैं।
आइए जानें OTT के बारे में जरुरी बातें।
जानकारी
OTT प्लेटफॉर्म क्या है?
OTT की फुल फॉर्म है ओवर द टॉप प्लेटफॉर्म। आजकल यह नाम बहुत चल पड़ा है। OTT पर आप फिल्म, शो या वेब सीरीज कुछ भी देख सकते हैं।
इसके लिए एक तो आपके पास इंटरनेट की सुविधा होना जरूरी है और दूसरा सब्सक्रिप्शन। यहां आपको रोमांटिक, थ्रिलर, एक्शन, ड्रामा, इमोशनल, कॉमेडी हर तरह का अपने मनमुताबिक कंटेंट देखने को मिलता है।
अलग-अलग प्लेटफॉर्म के अलग-अलग सब्सक्रिप्शन प्लान हैं, जिन पर कंटेंट देखने के लिए आपको भुगतान करना पड़ता है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
जब इंटरनेट पर टीवी का कंटेंट देखने की सुविधा मिली यानी जब केबल बॉक्स से छुटकारा मिला और हम एक स्मार्टफोन पर टीवी के तमाम कार्यक्रम देख पाए, तब इस प्लेटफॉर्म को OTT कहा गया। भारत में फिलहाल लगभग 50 OTT मीडिया सर्विसेज हैं।
शुरुआत
अमेरिका से भारत तक का सफर
OTT की शुरुआत अमेरिका में हुई थी। फिर धीरे-धीरे भारत में भी इसकी पकड़ मजबूत होने लगी। यहां इसकी शुरुआत 2008 में हुई।
भारत का सबसे पहला OTT प्लेटफॉर्म बिगफ्लिक्स है, जिसकी शुरुआत रिलायंस एंटरटेनमेंट ने की थी।
2010 में डिजीविव ने देश में nexGTv नाम की एक OTT मोबाइल एप शुरू की। इसमें वीडियो ऑन डिमांड के साथ टीवी भी देखा जा सकता था। OTT ने भारत में 2013 मे रफ्तार पकड़ी, जब डिटोटीवी और सोनी लिव शुरू हुआ।
पहुंच
कितना बड़ा है भारत में OTT का बाजार?
OTT की लोकप्रियता ने मल्टीप्लेक्स के बिजनेस में सेंध लगा दी है। मीडिया पार्टनर्स एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, OTT प्लेटफॉर्म के यूजर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
भारत में वर्तमान में लगभग 4.5 करोड़ से अधिक लोग OTT का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह आंकड़ा 2023 तक पांच करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
OTT की सफलता को देखा जाए तो भारत भविष्य मे इस क्षेत्र में अमेरिका को भी पीछे छोड़ सकता है।
फायदा
OTT रिलीज से निर्माताओं को कैसे होता है मुनाफा?
जब फिल्में OTT पर रिलीज होती हैं तो उनकी कमाई उस डील से होती है, जो निर्माताओं और OTT प्लेटफॉर्म के बीच होती है।
यहां फिल्में रिलीज करने के लिए OTT को फिल्मों के अधिकार खरीदने होते हैं। अधिकारों के लिए निर्माता को मोटी रकम मिलती है।
दूसरी तरफ, कुछ फिल्मों का निर्माण OTT प्लेटफॉर्म करवाते हैं। इस डील में प्लेटफॉर्म एक तयशुदा रकम फिल्म निर्माताओं को देते हैं और निर्माता उससे कम रकम में फिल्म बनाकर लाभ कमाते हैं।
मुनाफा
फिल्मों से OTT कैसे कमाता है पैसा?
OTT प्लेटफॉर्म तीन तरह से काम करता है। पहला है TVOD यानी ट्रांजेक्शनल वीडियो ऑन डिमांड। इसमें यूजर प्लेटफॉर्म से कुछ डाउनलोड करने का पैसा देता है।
दूसरा है SVOD (सब्सिक्रिप्शन वीडियो ऑन डिमांड)। इसमें यूजर महीनेभर का सब्क्रिरप्शन लेकर कंटेंट देखता है।
तीसरा है AVOD यानी एडवरटाइजिंग बेस्ड वीडियो ऑन डिमांड, जो बिल्कुल फ्री होता है। इसमें कंटेंट के बीच-बीच में कई बार विज्ञापन आते हैं, जिन्हें स्किप नहीं किया जा सकता, जिनसे OTT की अच्छी-खासी कमाई होती है।
लोकप्रियता
ये हैं देश के टॉप OTT प्लेटफॉर्म
भारत में हॉटस्टार OTT प्रेमियों की पहली पसंद है, वहीं नेटफ्लिक्स लगातार ओरिजिनल कंटेंट से दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
बिजनेस स्टेंटर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हॉटस्टार के छह करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं।
अमेजन प्राइम वीडियो को लगभग तीन करोड़ लोगों ने सब्सक्राइब किया हुआ है, वहीं नेटफ्लिक्स 50 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर के साथ लोकप्रियता के मामले में तीसरे नंबर पर है।
ZEE5 और सोनी लिव भी भारत के टॉप OTT प्लेटफॉर्म हैं।
जानकारी
OTT पर आएंगी ये फिल्में
बता दें कि हाल ही में हॉटस्टार पर कार्तिक आर्यन अभिनीत फिल्म 'फ्रेडी' रिलीज हुई थी, वहीं फिल्म 'मोनिका ओह माय डार्लिंग' नेटफ्लिक्स पर आई थी। जल्द ही फिल्म 'गोविंदा नाम मेरा' हॉटस्टार पर आएगी और 'टीकू वेड्स शेरू' अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगी।