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'फ्रेडी' रिव्यू: कार्तिक आर्यन के कमाल से निखरी फिल्म की कहानी
कार्तिक आर्यन की फिल्म ‘फ्रेडी’ का रिव्यू

'फ्रेडी' रिव्यू: कार्तिक आर्यन के कमाल से निखरी फिल्म की कहानी

Dec 02, 2022
05:20 pm

क्या है खबर?

फिल्म 'भूल भुलैया 2' के बाद अभिनेता कार्तिक आर्यन का कद बॉलीवुड में और बढ़ गया है। यही वजह है कि उनकी फिल्म 'फ्रेडी' का भी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। आज यानी 2 दिसंबर को यह फिल्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर दर्शकों के लिए उपलब्ध हो चुकी है। शशांक घोष के निर्देशन में बनी इस फिल्म की निर्माता एकता कपूर हैं। फिल्म दर्शकों का दिल जीत पाएगी या नहीं, आइए रिव्यू से इसका अंदाजा लगाते हैं।

किरदार

मिलिए हंसमुख और शर्मीले फ्रेडी से

कहानी फ्रेडी जिनवाला (कार्तिक आर्यन) नाम के एक दांतों के डॉक्टर की है, जो मुंबई के उच्च मध्यमवर्गीय परिवार में पला-बढ़ा है। उसके क्लीनिक में मरीजों की लाइन लगी रहती है। फ्रेडी की उम्र 30 साल है। परिवार की तरफ से शादी का दबाव है, लेकिन शादी तो क्या उसे डेटिंग के भी लाले पड़े हैं। लड़की को अपने सामने देखते ही उसके हाथ-पांव फूल जाते हैं। तभी तो सालों से मैट्रिमोनियल साइट पर होने के बावजूद वह अकेला है।

कहानी

फ्रेडी की जिंदगी में कायनाज की एंट्री

फिर फ्रेडी की जिंदी में होती है कायनाज (अलाया) की एंट्री, जिसे पहली नजर में वह अपनी कायनात मानने लगता है। उसे सदमा तब लगता है, जब उसे पता चलता है कि वह शादीशुदा और घरेलू हिंसा की मारी है। फ्रेडी उसकी हरमुमकिन मदद करता है और कायनाज उसका इस्तेमाल कर अपने पति रुस्तम (शिरीन मिस्त्री) का कत्ल करा देती है। फ्रेडी की जिंदगी में भूचाल तब आता है, जब वह कायनाज को उसके बॉयफ्रेंड की आगोश में देखता है।

कहानी

फ्रेडी को हल्के में मत लेना

इसके बाद शुरू होता है फ्रेडी का माइंडगेम। इस कहानी का अंजाम क्या होता है? दब्बू दिखने वाला फ्रेडी कायनाज से कैसे बदला लेता है? क्या हमेशा डरा-सहमा और सीधा-सादा दिखने वाला डॉक्टर फ्रेडी की असली शख्सियत यही है? अगर आप यही सोच रहे हैं तो आप गलत हैं। दरअसल, फ्रेडी कुछ ऐसा कर जाता है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। एक साधारण सा व्यक्ति कैसे असाधारण बन जाता है, यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

अभिनय

हर फ्रेम में छाए काार्तिक

हर सीन में कार्तिक ने अपनी छाप छोड़ी। उनका अभिनय रोंगटे खड़े करने वाला है। फ्रेडी के किरदार में उनका शारीरिक परिवर्तन देखते ही बनता है। एक डरे-सहमे लड़के से एक खतरनाक आदमी तक का उनका ट्रांसफॉर्मेशन काबिल-ए-तारीफ है। एक तरफ इतना मासूम चेहरा और दूसरी तरफ लगता है कि उनके जैसा खतरनाक इंसान कोई नहीं हो सकता। कार्तिक फिल्म में पलक झपकने का मौका ही नहीं देते। उन्होंने शुरू से लेकर अंत तक अपने किरदार की नब्ज पकड़कर रखी।

अभिनय

अलाया का औसत अभिनय

फिल्म में अलाया फर्नीचरवाला ने ठीक-ठाक काम किया। 'जवानी जानेमन' के बाद अपनी दूसरी फिल्म 'फ्रेडी' में अलाया पहले के मुकाबले ज्यादा प्रभावी लगी हैं। उनके अभिनय में बेशक निखार आया है, लेकिन कायनाज की भूमिका के लिए जो शातिरपन, नफरत और मक्कारी चाहिए थी, वो अलाया के चेहरे पर ढंग से उभरकर नहीं आई। कायनाज के किरदार में अलाया पूरी तरह से नहीं डूबीं। उन्हें देख लगता है कि अभी उन्हें अभिनय की बारीकियां सीखने की जरूरत है।

निर्देशन

निर्देशन पक्ष

शशांक घोष ने 'फ्रेडी' के रूप में बेशक एक अच्छी फिल्म दी है, लेकिन इसमें दमदार सहायक कलाकारों की कमी खलती है। ऐसा कोई किरदार नहीं है, जो कार्तिक से ध्यान हटा सके। निर्देशक ने दृश्यों को दिलचस्प बनाने की कोशिश तो की, लेकिन कहानी ने उनका खास साथ नहीं दिया। फिल्म का लेखन जितना बढ़िया होता है, निर्देशन उतना ही निखरकर आता है। लेखन में रह गईं कुछेक कमियों के चलते कहीं-कहीं पर निर्देशक की पकड़ ढीली पड़ी है।

जानकारी

संगीत और सिनेमैटोग्राफी

संगीत अच्छा है। इसकी जिम्मेदारी प्रीतम के कंधों पर है, जिन्होंने अपने संगीत से हमेशा दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है। 'फ्रेडी' में भी उनका संगीत आपके दिल में उतर जाएगा। दूसरी तरफ अयानंका बोस की सिनेमैटोग्राफी भी फिल्म की कहानी को सुर देती है।

कमजोर कड़ियां

फिल्म कहां खा गई मात?

फिल्म में थ्रिल तो है, लेकिन इसे ढंग से परोसा नहीं गया। यदि आप थ्रिलर फिल्में देखते हैं तो कई ट्विस्ट का आभास आपको पहले ही हो जाएगा। फिल्म में सस्पेंस की कमी खलती है। फिल्म का पहला हाफ उतना दिलचस्प नहीं है, जितना सेकेंड हाफ। कार्तिक ने फिल्म में कमाल किया है। बस थोड़ा पारसी उच्चारण में वह मात खाए गए। हालांकि, उनके हाव-भाव ने इसकी भरपाई कर दी। दूसरी तरफ क्लाइमैक्स में रोमांच बढ़ाया जा सकता था।

निष्कर्ष

देखें या ना देंखें

क्यों देखें? शशांक घोष ने कार्तिक से वो कराया है, जो अब तक किसी ने नहीं कराया। अगर आप कार्तिक के फैन हैं तो आपका दिन बन जाएगा और अगर फैन नहीं हैं तो फ्रेडी देखने के बाद बन जाएंगे। क्यों ना देंखें? अगर आप थ्रिलर फिल्मों के शौकीन नहीं तो 'फ्रेडी' आपके लिए नहीं है, वहीं अगर आप एक बढ़िया रिवेंज ड्रामा सोचकर फिल्म देखने वाले हैं तो आप निराश हो जाएंगे। 'फ्रेडी' को हमारी तरफ से तीन स्टार।

जानकारी

न्यूजबाइट्स प्लस

अजय देवगन की फिल्म 'दृश्यम 2' हाल ही में रिलीज हुई थी, जो थ्रिल और सस्पेंस से भरपूर थी। इसकी कहानी ने दर्शकों का सिर घुमा दिया था। 'मारीच', 'मैरी क्रिसमस', 'मिशन मजनू' और 'कुत्ते' जैसी कई थ्रिलर फिल्में रिलीज होने वाली हैं।