क्या ड्रग्स केस में आर्यन खान को फंसाया गया? बिजनेसमैन विजय पगारे का दावा
क्या है खबर?
क्रूज ड्रग्स मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को हाल में जमानत मिली थी। वह मुंबई के आर्थर रोड जेल में बंद थे। 30 अक्टूबर को उनकी रिहाई हुई और वह अपने घर मन्नत पहुंचे।
आर्यन की रिहाई के बाद भी इस केस से जुड़ी कई जानकारियां सामने आई हैं। अब मुंबई के एक बिजनेसमैन विजय पगारे ने अहम खुलासा किया है।
उन्होंने कहा है कि ड्रग्स मामले में आर्यन को जानबूझकर फंसाया गया है।
बयान
2 अक्टूबर को हुई ड्रग केस की भंडाफोड़ पूर्व नियोजित थी- विजय
विजय ने दावा किया कि उन्हें पहले से पता था कि ड्रग्स मामले में आर्यन को फंसाया जा रहा है। उन्होंने 4 नवंबर को मुंबई पुलिस में अपना बयान दर्ज कराया था।
अपने बयान में उन्होंने दावा किया कि 2 अक्टूबर को हुई ड्रग केस की भंडाफोड़ पूर्व नियोजित थी।
उन्होंने यह भी कहा कि वह इस घटना में शामिल लोगों को जानते हैं, जिनमें नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) का एक गवाह किरण गोसावी भी शामिल हैं।
बयान
विजय ने बताए डील में शामिल कुछ लोगों के नाम
बता दें कि गोसावी के साथ आर्यन की सेल्फी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। विजय भी इस मामले में गवाह हैं।
TV9 मराठी को दिए इंटरव्यू में भी विजय ने अहम खुलासा किया है। विजय ने दावा किया कि इस डील में सुनील पाटील, मनीष भानुशाली, किरण गोसावी और सैम डिसूजा शामिल थे।
उन्होंने यह भी कहा कि सुनील पाटील ने उन्हें बताया था कि सब कुछ सेट हो गया था।
दावा
क्यों यह डील असफल हो गई?
विजय ने कहा कि यह डील 18 करोड़ रुपये में हुई थी। उनका मानना है कि यह डील उस समय फंस गई, जब आर्यन के साथ गोसावी का सेल्फी वायरल हुई थी।
उन्होंने बताया कि 17.5 करोड़ रुपये डूब गए, लेकिन 50 लाख रुपये गोसावी के पास आ गए थे। इसमें से कुछ रकम अधिकारियों को दी जानी थी।
विजय ने कहा, "सुनील पाटील ने मुझे बताया कि गोसावी की मस्ती की वजह से सब गड़बड़ हो गया।"
आरोप
शाहरुख की मैनेजर पूजा ददलानी ने दिए थे 50 लाख रुपये
गवाह प्रभाकर सेल ने भी आरोप लगाया था कि NCB के अधिकारियों ने आर्यन को छोड़ने के लिए पैसे की मांग की थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आर्यन को बचाने के लिए शाहरुख की मैनेजर पूजा ददलानी ने मोटी रकम ऑफर की थी। सैम डिसूजा ने बताया था कि मैनेजर पूजा ने गोसावी को 50 लाख रुपये दिए थे।
उन्होंने कहा था कि जब आर्यन की रिहाई संभव नहीं हो पाई, तो पैसे लौटा दिए गए।
आरोप
समीर वानखेड़े को दिए जाने थे आठ करोड़ रुपये- प्रभाकर
प्रभाकर ने यह दावा किया था कि उन्होंने गोसावी की बातचीत सुनी थी, जिसमें वह 25 करोड़ रुपये की मांग कर रहा था।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इनमें से आठ करोड़ रुपये NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को दिए जाने थे।
NCB ने इन आरोपों की जांच शुरू कर दी है। जबरन वसूली के संबंध में NCB अधिकारियों के दखल की जांच के लिए विशेष जांच दल (SET) का गठन किया गया है।
सशर्त जमानत
आर्यन देश छोड़कर बाहर नहीं जा सकते
NCB ने क्रूज से कोकीन पांच ग्राम M.D, 21 ग्राम चरस, MDM की 22 गोलियां और 1,33,000 रुपये नकद जब्त किए।
3 अक्टूबर को लंबी पूछताछ के बाद आर्यन समेत उनके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया गया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, NDPS कोर्ट की अनुमति के बिना आर्यन देश छोड़कर बाहर नहीं जा सकते।
उन्हें अपना पासपोर्ट अदालत में जमा करने के लिए भी कहा गया है। उन्हें हर शुक्रवार को NCB के सामने पेश होना पड़ेगा।