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'वॉर 2' रिव्यू: ऋतिक रोशन या जूनियर एनटीआर, कौन किस पर भारी पड़ा? जनता ने बताया

'वॉर 2' रिव्यू: ऋतिक रोशन या जूनियर एनटीआर, कौन किस पर भारी पड़ा? जनता ने बताया

Aug 14, 2025
11:55 am

क्या है खबर?

ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की फिल्म 'वॉर 2' का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। फिल्म 14 अगस्त को सिनेमाघरों में आ चुकी है। अयान मुखर्जी के निर्देशन में बनी 'वॉर 2' यशराज फिल्म्स के स्पाई यूनिवर्स की छठी फिल्म है। फिल्म कैसी है, इसे लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर अपना फैसला सुना दिया है। अगर आप फिल्म देखने की तैयारी में हैं तो उससे पहले जानिए क्या कह रहे हैं फिल्म देख चुके दर्शक।

प्रतिक्रिया

ऋतिक पर हावी एनटीआर

'वॉर 2' की तारीफ कुछेक ने ही की है, वरना ज्यादातर दर्शकों ने फिल्म को खराब बताया है। कुछ के मुताबिक न तो फिल्म की कहानी बढ़िया और ना ही VFX कमाल के हैं। उधर कुछ ने डायलॉग्स में कमी निकाली है। लोगों का कहना है कि जूनियर एनटीआर के अलावा इसमें कुछ भी देखने लायक नहीं। ज्यादातर यूजर्स ने ऋतिक की एक्टिंग के साथ-साथ उनके एक्शन की बुराई की है, वहीं NTR के अंदाज की तारीफ हो रही है।

आलोचना

वीडियो गेम से भी खराब VFX

एक ने दर्शक कहा, 'पूरी तरह बकवास है, बोरिंग मूवी है ये। कहानी कुछ समझ नहीं आई। VFX वीडियो गेम से भी बेकार है। स्पाई यूनिवर्स की सबसे खराब फिल्म।' एक ने लिखा, 'ऋतिक रोशन को ऐसी ऊर्जावान आभामंडल पाने के लिए 100वां जन्म लेना पड़ेगा, वह तब भी सलमान खान से नहीं जीत पाएंगे, जो YRF स्पाई यूनिवर्स के बाप हैं।' एक कमेंट है, 'यशराज लेकर आ गया है अपनी दूसरी 'ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान'।'

ट्विटर पोस्ट

फिल्म देख जनता का रिएक्शन

बुराई

फिल्म को बताया यातना

फिल्म के प्रशंसकों से ज्यादा आलोचक है। कुछ ने तो 'वॉर 2' को यातना बताया। वो इसके लिए निर्देशक अयान मुखर्जी के साथ-साथ यशराज को खूब कोस रहे हैं। लोग तो यह तक कह रहे कि 'टाइगर 3' इससे कहीं गुना बेहतर थी। लोगों ने फिल्म को निराशाजनक बताया है और इसकी बिन सिर-पैर की कहानी की भी धज्जियां उड़ रही हैं। 'वॉर 2' देखने वाले एक दर्शक ने कहा कि ये फिल्म कम, वीडियो गेम ज्यादा लग रहा था।

ट्विटर पोस्ट

'वॉर 2' देखने वाले दर्शक की प्रतिक्रिया

निष्कर्ष

स्पाई यूनिवर्स की सबसे कमजोर फिल्म

कुल मिलाकर यशराज फिल्म्स के स्पाई यूनिवर्स की फिल्म 'वॉर 2' को नापसंद करने वालों की संख्या ज्यादा है। इसे कइयों ने स्पाई यूनिवर्स की सबसे कमजोर फिल्म बताया है। उधर कियारा आडवाणी को फिल्म में लोगों ने शोपीस बताया है। उनका कहना है कि उनका उपयोग बस ग्लैमर का तड़का लगाने के लिए किया गया है। एनटीआर को छोड़ फिल्म की कहानी, VFX या संगीत कुछ भी दर्शकों की कसौटी पर खरा नहीं उतरा है।