
बॉक्स ऑफिस पर विक्की कौशल की 'छावा' का जलवा बरकरार, 'द डिप्लोमैट' की बढ़ी रफ्तार
क्या है खबर?
विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' का खुमार बॉक्स ऑफिस से उतरने का नाम नहीं ले रहा है।
14 फरवरी को पर्दे पर आई इस फिल्म को रिलीज हुए 37 दिन हो गए हैं और ये अब भी सिनेमाघरों में अपना दबदबा बनाए हुए है।
एक बार फिर 'छावा' की रफ्तार बॉक्स ऑफिस पर बढ़ गई है। उधर जॉन अब्राहम की फिल्म 'द डिप्लोमैट' को भी वीकेंड पर कमाई के मोर्चे पर नई उम्मीद मिलती नजर आई है।
छावा
'छावा' ने 37वें दिन छापे इतने करोड़ रुपये
'छावा' को 37वें दिन एक बार फिर वीकेंड का फायदा मिला है। इसकी कमाई में इजाफा हुआ है।
बॉक्स ऑफिस ट्रैकर सैकनिल्क की रिपोर्ट के मुताबिक विक्की की इस फिल्म ने 37वें दिन 3.70 करोड़ रुपये का शानदार कारोबार किया है। इसी के साथ अब 37 दिनों में फिल्म की भारत में कुल कमाई 578.65 करोड़ रुपये हो गई है।
'छावा' अब 600 करोड़ रुपये के क्लब में एंट्री लेने के भी बेहद करीब आ गई है।
कहानी
क्या है 'छावा' की कहानी?
'छावा' की बात करें तो इस फिल्म की कहानी मराठा वीर योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज की मुगल शासन के खिलाफ युद्ध पर आधारित है।
स्वराज्य को बचाने के लिए उन्होंने औरंगजेब के आगे घुटने टेकने से इनकार कर दिया था। इसी घटना को निर्देशक ने बड़ी ही खूबसूरती से पर्दे पर पेश किया है।
इस ऐतिहासिक फिल्म में जिस तरह विक्की कौशल ने संभाजी महाराज का किरदार अदा किया है, वो दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देता है।
द डिप्लोमैट
'द डिप्लोमैट' ने लगाई छलांग
'द डिप्लोमैट' को होली की छुट्टी का कोई बड़ा फायदा नहीं मिला था। 4 करोड़ रुपये की ओपनिंग के साथ फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शुरुआत की। शुरुआती कुछ दिनों में कमाईेेे में बढ़ोतरी देखने को मिली, लेकिन फिर फिल्म धीमी रफ्तार से चलने लगी।
सैकनिल्क के मुताबिक, फिल्म ने 9वें दिन यानी अपनी रिलीज के दूसरे शनिवार को 2.35 करोड़ रुपये का कारोबार कर लिया है। इसी के साथ फिल्म ने भारत में 22.75 करोड़ रुपये कमा लिए हैं।
कहानी और किरदार
फिल्म में डिप्लोमैट के किरदार में नजर आ रहे जॉन
'द डिप्लोमैट' भारतीय डिप्लोमैट जेपी सिंह के जीवन से प्रेरित है, जिनका किरदार जॉन ने निभाया है।
दरअसल, दिल्ली की रहने वाली उज्मा अहमद की दोस्ती ऑनलाइन पाकिस्तानी शख्स से होती है, जिसके बाद वो उससे मिलने पाकिस्तान चली जाती है। वहां वो शख्स उज्मा से जबरदस्ती शादी कर उसे कैद रखता है।
तब जेपी सिंह से उसकी मुलाकात होती है, जो उसे पाकिस्तान से भारत वापस लाने के लिए अपनी जी-जान लगा देते हैं।