
बॉलीवुड और भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता राकेश पांडे नहीं रहे, कार्डिएक अरेस्ट ने ली जान
क्या है खबर?
मनोरंजन जगत से एक बुरी खबर सामने आ रही है। दरअसल, जाने-माने अभिनेता राकेश पांडे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है।
उन्होंने 77 की उम्र में आखिरी सांस ली। बताया जा रहा है कि कार्डिएक अरेस्ट उनके निधन का कारण बना है।
राकेश लंबे समय से फिल्मों और टीवी की दुनिया में सक्रिय थे। अपने कई दिलचस्प किरदारों से उन्हाेंने दर्शकों के बीच अपनी एक खास पहचान बनाई थी।
दुखद
ICU में भर्ती थे अभिनेता
दिग्गज अभिनेता का 21 मार्च को सुबह करीब 9 बजे कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया। उन्हें मुंबई के जुहू में अरोध्यनिधि अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां ICU में उनका इलाज चल रहा था।
राकेश 77 साल के थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, बेटी जसमीत और एक पोती हैं। उनका अंतिम संस्कार 22 मार्च को शास्त्री नदर श्मशान घाट पर संपन्न हुआ।
राकेश पांडे का जन्म 9 अप्रैल, 1940 में हिमाचल प्रदेश में हुआ था।
शुरुआत
इस फिल्म से शुरू हुआ भारतीय सिनेमा में सफर
राकेश का भारतीय सिनेमा में सफर साल 1969 में बासु चटर्जी की कालजयी फिल्म 'सारा आकाश' से शुरू हुआ।
इस फिल्म के जरिए वह न केवल एक उभरते हुए एक्टर के रूप में स्थापित हुए बल्कि उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार भी दिलाया. उन्होंने पुणे के भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII) से प्रशिक्षण प्राप्त किया और बाद में भारतेन्दु नाट्य अकादमी से जुड़े।
फिल्मों में आने से पहले वह थिएटर से गहराई से जुड़े थे।
फिल्में
इन हिंदी और भोजुपरी फिल्मों में किया काम
राकेश ने बॉलीवुड में 'मेरा रक्षक', 'यही है जिंदगी', 'वो मैं नहीं', 'दो राहा' और 'ईश्वर' जैसी फिल्में कीं, वहीं भोजपुरी सिनेमा में उन्होंने 'बलम परदेसिया' और 'भैया दूज' जैसी फिल्मों के लिए वाहवाही लूटी।
'देवदास' (2002), 'दिल चाहता है' (2001), 'लक्ष्य' (2004) और 'ब्लैक' (2005) जैसी हिंदी फिल्मों में भी वह नजर आए।
बड़े पर्दे के अलावा, राकेश ने टीवी धारावाहिकों में काम किया। उन्हें 'छोटी बहू', 'दहलीज' और 'भारत एक खोज' जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में देखा गया।
वापसी
ब्रेक के बाद कपिल की फिल्म से की थी वापसी
अभिनय से 2 दशक से अधिक समय तक दूर रहने के बाद राकेश ने साल 2017 में कपिल शर्मा की फिल्म 'फिरंगी' के साथ वापसी की। उन्होंने 'हुड़दंग' (2022) और वेब सीरीज 'द लॉयर्स शो' में भी भूमिकाएं निभाईं।
राकेश का भारतीय सिनेमा में योगदान बेहद महत्वपूर्ण हैं। उनके समर्पण और बहुमुखी प्रतिभाति ने दर्शकों और सिनेमा पर बड़ा गहरा प्रभाव छोड़ा है। राकेश का निधन एक युग का अंत है। उनका काम हमेशा याद किया जाएगा और सराहा जाएगा