'सांड की आंख' में क्यों वरिष्ठ अभिनेत्रियों को नहीं लिया गया? निर्देशक ने बताई वजह
2019 में आई फिल्म 'सांड की आंख' में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर ने मुख्य भूमिका निभाई थी। भारत की सबसे वृद्ध शार्पशूटर चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर पर आधारित इस फिल्म में दोनों अभिनेत्रियों ने इन वृद्ध महिलाओं का किरदार निभाया था। फिल्म का पोस्टर आते ही सवाल उठने लगे थे कि इन भूमिकाओं के लिए किसी वरिष्ठ अभिनेत्री को क्यों नहीं लिया गया। अब निर्देशक तुषार हीरानंदानी ने इस पर जवाब दिया है।
पहले वरिष्ठ अभिनेत्री के साथ फिल्म बना रहे थे तुषार
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में तुषार ने बताया कि फिल्म में वह किसी वरिष्ठ अभिनेत्री को क्यों कास्ट नहीं कर पाए थे। उन्होंने कहा, "सांड की आंख में मैंने कोशिश की, लेकिन असफल रहा। लोगों ने कहा कि मुझे वरिष्ठ अभिनेत्रियों को लेना चाहिए था। मैंने कभी बताया नहीं, लेकिन पहले मैं यह फिल्म ऐसी अभिनेत्रियों के साथ ही बना रहा था। तब कोई प्रोड्यूसर मेरा साथ देने के लिए तैयार नहीं था।"
OTT और बड़े पर्दे का बताया फर्क
तुषार इन दिनों वेब सीरीज 'स्कैम 2003: द तेलगी स्टोरी' के लिए चर्चा में हैं। उन्होंने OTT से फिल्म निर्माताओं को मिलने वाले अवसर पर भी बात की। उन्होंने कहा कि जहां बड़े पर्दे की फिल्में सितारों पर केंद्रित होती हैं, वहीं OTT का कंटेंट किरदारों पर ध्यान देता है। 'स्कैम 2003' की बात करने पर लोग तेलगी की बात करने लगते हैं, जब उनकी अन्य फिल्म 'श्री' को लोग राजकुमार राव की फिल्म के रूप में जानते हैं।
2019 में आई थी 'सांड की आंख'
2019 में आई फिल्म 'सांड की आंख' का निर्देशन तुषार हीरानंदानी ने किया था। अनुराग कश्यप इस फिल्म के निर्माता थे। इस फिल्म में दादी चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर के चैम्पियन निशानेबाज बनने के सफर को दिखाया गया था। दोनों ने कई सामाजिक बाधाओं को चुनौती देते हुए निशानेबाजी की दुनिया में कदम रखा था और कई कीर्तिमान स्थापित किए थे। 60 वर्ष की उम्र पार करने के बाद दोनों ने पिस्तौल उठाई थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
'सांड की आंख' के बाद दोनों महिलाएं शूटर दादी के नाम से देशभर में मशहूर हो गई थीं। अप्रैल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दादी चंद्रो तोमर का निधन हो गया था। बॉलीवुड की कई हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजली दी थी।
श्रीकांत बोला पर फिल्म बना रहे तुषार
तुषार हीरानंदानी बॉलीवुड के जाने-माने लेखक और निर्देशक हैं। 'स्कैम 2003' के साथ ही वह एक अन्य फिल्म 'श्री' पर काम कर रहे हैं। यह फिल्म दृष्टिबाधित उद्योगपति श्रीकांत बोला की बायोपिक है। फिल्म में राजकुमार राव श्रीकांत का किरदार निभा रहे हैं। तुषार ने 'बच्चन पांडे', 'हाफ गर्लफ्रेंड', 'एक विलेन', 'मैं तेरा हीरो' समेत कई फिल्मों को लिख चुके हैं। उन्होंने 'स्कैम 1992' के भी एक एपिसोड का निर्देशक किया था।