सोनू सूद को BMC ने फिर भेजा नोटिस, आवासीय इमारत को होटल बनाने का आरोप
अभिनेता सोनू सूद जहां एक तरफ अपनी दरियादिली को लेकर सुर्खियों में रहते हैं, वहीं पिछले कुछ समय से वह मुंबई में जुहू स्थित अपने आवास में होटल चलाने के लिए किए गए अवैध निर्माण को लेकर विवादों में हैं। इस साल की शुरुआत में बृह्ममुंबई नगर निगम (BMC) ने सोनू को जुहू होटल को वापस आवासीय इमारत में बदलने के लिए कहा था। अब BMC ने सोनू को एक बार फिर नोटिस भेजा है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
यहां से शुरू हुआ मामला
सोनू ने कथित तौर पर BMC से आवश्यक अनुमति के बिना इमारत को एक होटल में बदल दिया था। इसके बाद कार्यकर्ता गणेश कुसमुलु ने सोनू के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने पुलिस से FIR दर्ज करने की मांग की थी।
BMC ने अपने नोटिस में कही ये बात
BMC ने लिखा, 'आपने अपने पत्र में कहा था कि आपने बिल्डिंग की मौजूदा पहली से छठी मंजिल में रहने/खाने की गतिविधि बंद कर दी है और इसका उपयोग स्वीकार की गई प्लानिंग के अनुसार आवासीय इमारत में रहने वाले लोगों के लिए किया जाएगा।' नोटिस के मुताबिक, 'आपने कहा था कि आवश्यक कार्य प्रगति पर है। BMC ने 20.10.2021 को साइट का निरीक्षण किया और देखा कि आपने अभी तक स्वीकृत योजना के अनुसार काम शुरू नहीं किया है।'
सोनू ने दी नोटिस पर प्रतिक्रिया
सोनू ने BMC के इस नोटिस पर कहा, "मैंने होटल को फिर से आवासीय इमारत में बदल दिया है। हम जुहू के AB नायर रोड पर स्थित शक्ति सागर भवन को पहले ही एक होटल से रेजिडेंट बिल्डिंग में बदल चुके हैं।" उन्होंने कहा, "हमने BMC को ब्योरा जमा कर दिया है और डॉक्यूमेंटशन की प्रक्रिया चल रही है। मैं कोई अवैध गतिविधि नहीं कर रहा हूं और यह स्वीकृत योजना के अनुसार एक आवासीय संरचना बनी रहेगी।"
सोनू को इससे पहले भी भेजा गया था नोटिस
BMC ने सोनू को इस साल जनवरी और फिर जुलाई में भी नोटिस भेजा था। इसके तहत सोनू को अपने जुहू होटल को वापस आवासीय इमारत में बदलने और बिल्डिंग में किए गए अवैध निर्माण को हटाने के लिए कहा गया था। नोटिस के माध्यम से उन्हें दो सप्ताह का समय दिया गया ताकि वह फिर से होटल को आवासीय इमारत में तब्दील कर लें। इसके बाद सोनू ने कहा था कि वह खुद ही इस बिल्डिंग को रेनोवेट करेंगे।
सोनू ने किया था बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख
जनवरी में BMC के नोटिस को चुनौती देते हुए सोनू ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। हालांकि, बॉम्बे हाई कोर्ट ने BMC के नोटिस के खिलाफ सोनू को कोई अंतरिम राहत देने से इनकार करते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
जरूरतमंदो के ठहरने के लिए बनवाया था होटल
कोरोना काल में अभिनेता सोनू ने गरीब, मजदूरों, छात्रों और जरूरतमंदों की खूब मदद की थी। कोरोना महामारी के दौरान सोनू मसीहा के रूप में उभरे थे। पहली लहर में उन्होंने तमाम प्रवासियों को उनके गंतव्य तक बस, रेल और हवाई जहाज की मदद से पहुंचाया था। उसी दौरान फ्रंट लाइन कर्मचारियों के लिए सोनू ने जुहू स्थित अपनी छह मंजिला इमारत को एक होटल के रूप में तब्दील कर दिया था ताकि वे लोग वहां रुक सकें।