सिद्धार्थ मल्होत्रा की वॉर ड्रामा फिल्म 'शेरशाह' में नहीं दिखेंगे शाहरुख खान
सिद्धार्थ मल्होत्रा काफी समय से अपनी वॉर ड्रामा फिल्म 'शेरशाह' को लेकर सुर्खियों में हैं। यह फिल्म कारगिल युद्ध में शहीद हुए परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा के शौर्य पर आधारित होगी। इस फिल्म में कैप्टन विक्रम की भूमिका को सिद्धार्थ ने अदा किया है। फिल्म में एक छोटी भूमिका में शाहरुख खान के दिखने की खबरें भी सामने आई थीं। अब जानकारी सामने आ रही है कि शाहरुख इस फिल्म का हिस्सा नहीं होंगे।
शाहरुख के फिल्म की शूटिंग करने की आई थीं खबरें
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, शाहरुख सिद्धार्थ की फिल्म 'शेरशाह' में नहीं दिखने वाले हैं। पिछले साल ऐसी खबरें सामने आई थीं कि शाहरुख इस फिल्म में कैमियो की भूमिका में नजर आएंगे। बताया गया था कि शाहरुख ने इस फिल्म की शूटिंग की है। कहा जा रहा था कि शाहरुख छोटी लेकिन फिल्म में अहम भूमिका में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। यह फिल्म 12 अगस्त को OTT प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होगी।
हाल में जारी किया गया था फिल्म का टीजर
फिल्म में सिद्धार्थ के साथ कियारा आडवाणी मुख्य भूमिका में दिखेंगी। हाल में फिल्म का टीजर जारी किया गया था, जिसे दर्शकों ने पसंद किया था। सिद्धार्थ ने फिल्म का टीजर शेयर करते हुए लिखा था, 'हीरो अपनी कहानियों से जीते हैं। कैप्टन विक्रम की असली वीर गाथा को आपके सामने पेश करने में गर्व महसूस हो रहा है।' सिद्धार्थ ने कियारा का फर्स्ट लुक भी शेयर कर दिया है। फिल्म में वह सिद्धार्थ की प्रेमिका की भूमिका निभाएंगी।
यहां देखिए कियारा का फर्स्ट लुक
फिल्म में डबल रोल में दिखेंगे सिद्धार्थ
फिल्म का निर्देशन विष्णुवर्धन द्वारा किया गया है। 'शेरशाह' में सिद्धार्थ को विक्रम और उनके जुड़वां भाई विशाल बत्रा के रूप में दोहरी भूमिका निभाते हुए देखा जाएगा। इस फिल्म में जावेद जाफरी और शिव पंडित भी प्रमुख भूमिका में हैं। पिछले साल कोरोना वायरस की महामारी के कारण इस फिल्म को रिलीज नहीं किया गया था। इस फिल्म का निर्माण करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शंस द्वारा किया गया है।
जानिए कौन थे कैप्टन विक्रम
फिल्म की कहानी कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम के जीवन के इर्दगिर्द होगी। विक्रम का जन्म 9 सितंबर, 1974 को हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में हुआ था। उन्होंने सैन्य जीवन की शुरुआत 6 दिसंबर, 1997 को भारतीय सेना की '13 जम्मू-कश्मीर राइफल्स' से की थी। उन्होंने कारगिल के युद्ध में देश के लिए अपना जान न्योछावर किया था। विक्रम को उनके अदम्य साहस के लिए 15 अगस्त, 1999 को वीरता का सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से नवाजा गया था।