बॉलीवुड फिल्म नहीं है 'RRR', एसएस राजामौली के इस बयान ने पैदा किया नया विवाद
फिल्म 'पुष्पा: द राइज' और 'RRR' की सफलता के बाद सोशल मीडिया पर साउथ फिल्म इंडस्ट्री बनाम बॉलीवुड पर बहस होना शुरू हो गई थी। जब दिग्गज अभिनेताओं, निर्देशकों और निर्माताओं ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री बनाम बॉलीवुड से किनारा करते हुए इसे 'भारतीय फिल्म इंडस्ट्री' का नाम दिया, तब यह मामला शांत पड़ गया। अब फिल्म 'RRR' के निर्देशक एसएस राजामौली के एक बयान ने एक बार फिर इस बहस को हवा दे दी है।
राजामौली के बयान ने किया हैरान
रिपब्लिकवर्ल्ड डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डायरेक्टर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका के साथ अपनी फिल्म 'RRR' की स्क्रीनिंग के दौरान फिल्म के निर्देशक राजामौली ने हैरान कर देने वाला बयान दिया है। फिल्म 'RRR' द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड्स के बारे में बात करते हुए राजामौली ने कहा कि RRR एक तेलुगू फिल्म है, जहां से वे आते हैं, यह बॉलीवुड फिल्म नहीं है। उन्होंने फिल्म में इस्तेमाल किए गए गानों का महत्व भी बताया।
राजामौली ने कही ये बात
राजामौली ने कहा, "फिल्म 'RRR' बॉलीवुड फिल्म नहीं है, यह दक्षिण भारत की एक तेलुगू फिल्म है जहां से मैं आता हूं। इस फिल्म में मैंने गानों का इस्तेमाल फिल्म को रोकने और आपको डांस दिखाने के लिए नहीं, बल्कि कहानी को आगे बढ़ाने के लिए किया है। मैं फिल्म में उन्हीं तत्वों का इस्तेमाल करता हूं जिन्हें देखने के बाद आप कहें, 'मेरे तीन घंटे कहां चले गए पता ही नहीं चला'। तभी मैं एक सफल निर्माता कहलाऊंगा।"
आस्कर की रेस में शामिल है फिल्म 'RRR'
'RRR' के गाने 'नाटु-नाटु' ने गोल्डन ग्लोब पुरस्कार अपने नाम कर लिया है। इसके अलावा अकैडमी अवॉर्ड्स की शॉर्टलिस्ट में भी 'RRR' ने अपनी जगह बनाई है। बता दें, यहां शॉर्टलिस्ट का मतलब फिल्म को अलग-अलग श्रेणियों में नामांकित करने के लिए संज्ञान में लेता है। इसके अलावा 'नाटु-नाटु' को बेस्ट म्यूजिक की श्रेणी के लिए पहले ही शॉर्टलिस्ट किया जा चुका है।
कल 'RRR' रच सकती है इतिहास
प्रतिष्ठित क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड्स में भी 'RRR' इतिहास रचने को है। यहां फिल्म पांच श्रेणियों के लिए नामांकित हुई है। यहां इस फिल्म को बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म, बेस्ट विजुअल एफेक्ट और बेस्ट सॉन्ग (नाटु-नाटु) की पांच श्रेणियों में नॉमांकित किया गया है। इस पुरस्कार की घोषणा 15 जनवरी को होनी है। ऐसे में गोल्डन ग्लोब के तुरंत बाद फिल्म देशवासियों को फिर से गर्व करने का मौका दे सकती है।