
'गेंदा फूल' के असली लेखक की मदद के लिए आगे आए बादशाह, दिए पांच लाख रुपये
क्या है खबर?
रैपर बादशाह और जैकलीन फर्नांडिज का नया गाना 'गेंदा फूल' दर्शकों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर यह रिलीज होते ही विवादों में भी फंस गया और बादशाह पर गाने के लिरिक्स चोरी करने का आरोप लगा।
हालांकि, अब बादशाह ने 'बोरो लोकर बिटी लो' के असली लेखक और पश्चिम बंगाल के लोक कलाकार रतन कहर के बैंक खाते में पांच लाख रुपये डिपॉजिट कर दिए हैं।
आइए जानें पूरा मामला।
विवाद
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, 'गेंदा फूल' गाने में इस्तेमाल की गई बंगाली लाइन 'बोरो लोकर बिटी लो' को रतन कहर के 1970 में आए एक गाने से काफी मिलता जुलता कहा गया है।
इसके बावजूद भी रतन को कोई क्रेडिट न दिए जाने की वजह से सोशल मीडिया पर हंगामा खड़ा हो गया था।
विवाद बढ़ता देख बादशाह ने इस पर अपनी सफाई देते हुए कहा था कि उनके परिवार से कोई उनसे संपर्क करे ताकि वे उनकी कोई मदद कर सकें।
खबर
रतन कहर ने बादशाह का शुक्रिया अदा किया
बादशाह की टीम ने 6 अप्रैल को रतन कहर के अकाउंट में पैसे डिपॉजिट किए थे।
खबरों के मुताबिक इसके बाद रतन ने दोबारा बादशाह को वीडियो कॉल कर उनका धन्यवाद दिया।
उन्होंने बादशाह को अपने गांव बीरभूमि में आने का आमंत्रण दिया है।
कुछ दिन पहले ही एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए रतन ने कहा था कि वह बादशाह से मिलकर उनका धन्यवाद देना चाहते हैं। वह उनके साथ और भी गानों पर चर्चा करना चाहेंगे।
दुख
रतन कहर ने जाहिर कर चुके हैं अपना दर्द
बादशाह का यह बयान सामने आने के बाद रतन कहर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके गाने को पहले भी कई बार इस्तेमाल किया जा चुका है। जिसके लिए उन्हें कभी क्रेडिट नहीं दिया गया।
हालांकि, उन्हें अच्छा लगा कि बादशाह उनकी मदद के लिए आगे आए हैं।
रतन कहर ने आगे यह भी बताया है कि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। वह बहुत गरीबी में अपनी जिंदगी बीता रहे हैं।
जानकारी
बेहद शानदार है जैकलीन और बादशाह की कैमेस्ट्री
इस गाने में जैकलीन को लाल और सफेद रंग की साड़ी पहने एक खूबसूरत बंगाली महिला के रूप में देखा जा रहा है।
वहीं उनकी तारीफ में बादशाह यह गाना गुनगुनाने लगते हैं।
इस गाने में बादशाह के रैप के साथ सिगंर पायल देव आवाज दी है। जबकि इसे स्नेहा शेट्टी कोहली द्वारा डायरेक्ट किया गया है।
इस गाने में पहली बार जैकलीन और बादशाह एक साथ पर्दे पर नजर आ रहे हैं।