पंकज त्रिपाठी का पंकज झा को जवाब, बोले- मैंने कभी अपने संघर्ष का ढिंढोरा नहीं पीटा
पंकज त्रिपाठी की गिनती बॉलीवुड के मंझे हुए कलाकारों में होती है। वह अपने सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों और वेब सीरीज में काम कर दर्शकों के बीच अपनी एक खास पहचान बनाई है। अब एक बार फिर पंकज चर्चा में हैं। दरअसल, उन्होंने हाल ही में अभिनेता पंकज झा के लगाए आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी और बताया कि उन्होंने कभी अपने संघर्ष का महिमामंडन नहीं किया।
सबसे पहले जानिए क्या बोले थे झा
झा ने पंकज पर राजनीति करने का आरोप लगाया था। उन्हाेंने कहा था, "कुछ लोग किसी की चप्पल चुरा लेते हैं और कहते हैं कि वो हमारे लिए बहुत बड़े एक्टर हैं, इसलिए उनकी चप्पल चुरा ली।" दरअसल, पंकज ने अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बताया था कि वह पटना के मौर्या होटल में काम करते थे। जब मनोज बाजपेयी वहां रुकने के लिए आए तो अपनी चप्पल भूल गए और पंकज ने वो अपने पास रख ली।
"मैंने नहीं कहा कि मैं अंधेरी स्टेशन के बाहर सोया हूं"
इंडिया टुडे से पंकज ने इस बात पर कहा, "मैंने कभी अपने सफर या संघर्षों का ढिंढोरा नहीं पीटा। हां, मैंने यह जरूर कहा कि मेरी पत्नी कमाती थीं, जबकि मैं काम की तलाश में रहता था। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं अपनी कमर पर गमछा बांधा और अंधेरी स्टेशन के बाहर सोया हूं। जब हम मुंबई आए तो मेरी जिंदगी अच्छी और खुशहाल थी। मैंने कभी अपने संघर्ष काे बढ़ा-चढ़ाकर बताकर इससे सहानुभूति पाने की कोशिश नहीं की।'
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता- पंकज
पंकज बोले, "मैंने बेशक ओम पुरी, इरफान खान और मनोज भाई से प्रेरणा ली है। मेरी तरह कई लोग किसी और के सफरनामा से प्रेरित हो सकता है। जरूरी नहीं कि एक्टिंग या मेरे काम की वजह से ही कोइ मुझसे प्रेरित होगा। कोई किसी भी वजह से हमारे सफर के किसी भी हिस्से से जुड़ सकता है।" उन्होंने कहा, "मैं उनमें से नहीं, जिसे कलाकाराें की ऐसी बयानबाजी से कोई तकलीफ होगी। इस शाोर से मुझे फर्क नहीं पड़ता।"
राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं पंकज
पंकज आखिरी बार फिल्म 'मर्डर मुबारक' में दिखे थे। उन्होंने 'सेक्रेड गेम्स', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'मिर्जापुर', 'क्रिमिनल जस्टिस', 'ओह माय गॉड 2', 'गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल', 'स्त्री', 'बरेली की बर्फी' और 'मिमी' सहित कई लोकप्रिय फिल्मों और सीरीज में काम किया है। पंकज को 2023 में फिल्म 'मिमी' के लिए सर्वश्रेष्ठ सह-कलाकार का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। उन्होंने यह पुरस्कार अपने दिवंगत पिता को समर्पित किया था। 'मिमी' में पंकज ने एक टैक्सी ड्राइवर की भूमिका निभाई थी।
कौन हैं पकंज झा?
झा की बात करें तो वह अभिनेता होने के साथ-साथ चित्रकार, लेखक और निर्देशक भी हैं। वह 'ब्लैक फ्राइडे', 'गुलाल', 'चमेली', 'अनवर' और 'मातृभूमि' जैसी फिल्मों में दिख चुके हैं। हाल ही में झा 'पंचायत सीजन 3' में विधायक जी की भूमिका में दिखे थे।