पंकज त्रिपाठी बने अभिनेता से निर्माता, यूट्यूब पर लेकर आ रहे ये धांसू वेब सीरीज
क्या है खबर?
'मिर्जापुर' के कालीन भैया यानी पंकज त्रिपाठी अब एक्टिंग के साथ-साथ प्रोडक्शन की दुनिया में भी कदम रखने जा रहे हैं। उनका ये सफर वेब सीरीज 'परफेक्ट फैमिली' से शुरू हो रहा है। खास बात है कि ये 8 एपिसोड की सीरीज 27 नवंबर को सीधे यूट्यूब पर पेड मॉडल के साथ रिलीज होगी, जो भारत में लंबे फॉर्मेट की कंटेंट लॉन्चिंग का नया तरीका माना जा रहा है। पंकज अपनी इस नई पारी को लेकर खुद बेहद उत्साहित हैं।
शुरुआत
पेड मॉडल में उपलब्ध होगा शो
वैराइटी के मुताबिक, पंकज पहली बार किसी शो का निर्माण कर रहे हैं। अभिनय जगत में दमखम दिखाने के बाद अब वो पर्दे के पीछे भी कमाल करने को तैयार हैं। उनका नया शो 'परफेक्ट फैमिली' है। ये एक हल्की-फुल्की सीरीज है। इसे अजय राय और मोहित छब्बा ने मिलकर बनाया है। ये आम यूट्यूब वीडियो की तरह बिना पैसे दिए नहीं चलेगा, बल्कि एक पेड मॉडल में उपलब्ध होगा, जहां दर्शक पैसे देकर इसके एपिसोड देख सकेंगे।
लागत
शुरुआत मुफ्त है, आगे देखने के लिए देना होगा इतना पैसा
'परफेक्ट फैमिली' भारत के उन पहले लंबे शोज में से होगा, जो सीधे यूट्यूब पर लॉन्च होंगे। ये तरीका कुछ वैसा ही है, जैसा आमिर खान की फिल्म 'सितारे जमीन पर' ने अपनाया था, जो सिनेमाघरों के बाद किसी OTT प्लेटफाॅर्म पर आने के बजाय सीधे यूट्यूब पर रिलीज हुई थी। 'परफेक्ट फैमिली' के पहले 2 एपिसोड बिल्कुल फ्री रहेंगे, लेकिन बाकी एपिसोड देखने के लिए आपको 59 रुपये देकर खरीदना पड़ेगा।
बयान
क्या बोले पंकज त्रिपाठी?
पंकज ने कहा कि 'परफेक्ट फैमिली' उनके लिए बहुत खास है। उनका कहना है कि इसकी कहानी तो अच्छी है ही, साथ-साथ इसे रिलीज करने का तरीका भी अलग और साहसी है। उनके मुताबिक, यूट्यूब अब बड़े और अच्छे शो के लिए भी बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है, इसलिए उन्हें लगा कि ये तरीका नया है और जरूरी भी। उन्होंने पारंपरिक OTT प्लेटफॉर्म की जगह यूट्यूब का नया तरीका चुना और उन्हें लगा कि यही सही और बेहतर कदम है।
स्टारकास्ट
सीरीज में काम कर रहे कलाकार और कहानी
सीरीज में गुलशन देवैया, नेहा धूपिया, सीमा पाहवा, मनोज पाहवा और शाहरुख खान की फिल्म 'जवान' में दिख चुकीं गिरजा ओक गोडबोले जैसे दमदार कलाकार नजर आएंगे। इसकी कहानी कर्करिया परिवार और उनके बेटे दानी की है। दानी बहुत भावुक और संवेदनशील बच्चा है। एक दिन स्कूल में उसे घबराहट का दौरा पड़ जाता है। इसके बाद पूरा परिवार उसकी मदद के लिए थेरेपी पर जाने लगता है। इस दौरान पता चलता है कि हर सदस्य के अपने-अपने मुद्दे हैं।