'द एलिफेंट विस्परर्स' की जोड़ी बोमन-बेली ने ली एक और अनाथ हाथी के बच्चे की जिम्मेदारी
निर्माता गुनीत मोंगा की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट विस्परर्स' ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शार्ट फिल्म का ऑस्कर जीता है। यह भारत की पहली डॉक्यूमेंट्री है, जिसने ऑस्कर अपने नाम किया है। फिल्म तमिलनाडु की एक बुजुर्ग दंपत्ति बमन और बेली की कहानी है, जो दक्षिण भारत के मडुमलई नेशनल पार्क में अनाथ हाथियों की सेवा करती है। अब बोमन और बेली ने एक बार फिर हाथी के एक अनाथ बच्चे की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया है।
बमन और बेली को दी गई 4 महीने के हाथी के बच्चे की जिम्मेदारी
तमिलनाडु के धर्मपुरी के जंगल में अनाथ हुए 4 महीने के हाथी के बच्चे को नए मां-बाप मिल गए हैं। वन विभाग ने पहले इस हाथी के बच्चे को उसके झुंड के साथ मिलाने की कोशिश की थी और अब उसकी पेरेंटिंग की जिम्मेदारी बोमन और बेली को दी गई है। बमन और बेली भी ये जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं। 'द एलिफेंट विस्परर्स' में हाथी के बच्चे 'रघु' के साथ बमन-बेली के संबंध को फिल्माया गया है।