एमएम कीरवानी ने 2015 में लिया था संगीत छोड़ने का फैसला, अब ऑस्कर जीतकर बढ़ाया मान
क्या है खबर?
'RRR' के गाने 'नाटू-नाटू' ने 'बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग' श्रेणी में ऑस्कर जीतकर इतिहास रच दिया है।
यह गाना इस श्रेणी में नामांकित होने वाला और जीतने वाला पहला भारतीय गाना है।
भारत की झोली में ऑस्कर आने के बाद सभी बेहद खुश हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाने के संगीतकार एमएम कीरवानी इंडस्ट्री छोड़ने जा रहे थे?
2015 में उन्होंने फैसला ले भी लिया था, लेकिन उनकी किस्मत में ऑस्कर की सफलता का स्वाद चखना लिखा था।
करियर
राजामौली की डेब्यू फिल्म में किया था काम
तमिल, मलयालम, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में संगीत देने वाले कीरवानी लगभग तीन दशक से इस फिल्मी दुनिया का हिस्सा हैं।
अपने करियर के दौरान विभिन्न भाषाओं में वह 150 से अधिक परियोजनाओं का हिस्सा रह चुके हैं।
'RRR' से पहले कीरवानी एसएस राजामौली के साथ उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'स्टूडेंट नंबर 1' में काम कर चुके हैं, जिसमें जूनियर एनटीआर ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
इसके अलावा राजामौली संगीतकार के चचेरे भाई भी हैं।
संगीत
बॉलीवुड फिल्मों में भी दिया संगीत
कीरवानी ने करियर की शुरुआत सहायक संगीत निर्देशक के तौर पर की थी।
इसके बाद 1987 में उन्होंने बतौर सहायक निर्देशक के तौर पर भी 'कलेक्टर गारी अभई' में काम किया।
1990 में आई 'मनसु ममता' ने उन्हें संगीतकार के रूप में पहचान मिली और फिर उन्होंने कई फिल्मों के लिए संगीत दिया।
बॉलीवुड में उन्होंने 'तुम मिले दिल खिले', 'जादू है नशा है', 'गली में आज चांद निकला', 'खूबसूरत है वो इतना' सहित मशहूर गानों को संगीत दिया है।
परिचय
संन्यासी की तरह जीवन बिता चुके हैं कीरवानी
कीरवानी कई नाम से जाने जाते हैं। तेलुगू और मलयालम इंडस्ट्री में उन्हें 'मराकादमनी' कहा जाता है, वहीं वह एमएम करीम के नाम से भी मशहूर हैं।
संगीतकार के नाम के पीछे एक किस्सा यह है कि जब उनकी पत्नी एमएम श्रीवल्ली गर्भवती थी, तो गुरु ने कीरवानी पर अकाल मृत्यु का संकट बताया था।
इसके लिए उन्हें डेढ़ साल तक अपने परिवार से दूर संन्यासी की तरह रहने की सलाह दी गई, जिसके बाद उन्होंने नाम बदल लिया था।
बयान
रहमान ने किया था इंडस्ट्री छोड़ने का खुलासा
न्यूज18 के साथ एक बातचीत में एआर रहमान ने कीरवानी के इंडस्ट्री छोड़ने के फैसले के बारे में बताया था। हालांकि, उन्होंने इसका कारण नहीं बताया।
उन्होंने कहा, "कीरवानी एक महान संगीतकार हैं। मुझे पता नहीं कि सच क्या है, लेकिन मैंने सुना है कि 2015 में कीरवानी इंडस्ट्री छोड़ना चाहते थे।"
उन्होंने कहा, "जीवन की विडंबना देखिए कि जब वह सब छोड़ने का मन बना रहे थे, तभी उनकी किस्मत चमकी। आज वह कहां से कहां पहुंच गए।"
उपलब्धि
पद्मश्री से सम्मानित हो चुके हैं कीरवानी
संगीतकार को इसी साल पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें 1997 में 'अन्नमय्या' के संगीत के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला चुका है।
'RRR' फिल्म की बात करें तो इसने ऑस्कर के अलावा भी कई अवॉर्ड अपनी झोली में लिए हैं।
गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड और क्रिटिक्स च्वाइस अवॉर्ड में 'नाटू-नाटू' गाना विजेता रहा था।
हॉलीवुड क्रिटिक्स एसोसिएशन अवॉर्ड में 'RRR' को 5 श्रेणियों में पुरस्कार मिला था, जिसमें 'नाटू-नाटू' ने भी जीता था।
जानकारी
3 में से 2 श्रेणियों में भारत ने जीता ऑस्कर
RRR के अलावा गुनीत मोंगा की डॉक्यूमेंट्री 'द एलेफैंट विस्परर्स' ने 95वें ऑस्कर अवॉर्ड में जीत हासिल की, जिसका निर्देशन कार्तिकी गोनसाल्वेस ने किया है। हालांकि शौनक सेन की 'ऑल दैट ब्रीद्स' ऑस्कर पाने में असफल रही और 'नवलनी' बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म बन गई।