
नीना गुप्ता ने खोली अपने रिश्तों की पोल, बोलीं- मेरे लिए कभी कोई पागल नहीं हुआ
क्या है खबर?
नीना गुप्ता का नाम बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में शुमार हैं, जो एक ओर जहां अपनी शानदार अदाकारी को लेकर चर्चा में रहती हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी बेबाक बयानबाजी भी खूब सुर्खियां बटोरती है। वह अपनी पेशेवर और निजी जिंदगी के बारे में कई बार खुलकर बात कर चुकी हैं। हाल ही में नीना ने अपने जीवन के शुरुआती रिश्तों के बारे में बात की और बताया कि उन्हें कभी वैसा प्यार नहीं मिला, जैसा सिनेमा में दिखता है।
दिल की बात
सिनेमा जैसा प्यार असल जिंदगी में नहीं मिला- नीना
न्यूज 18 से बातचीत में नीना बोलीं, "जो प्यार मैं फिल्मों में देखती आई हूं और किताबों में पढ़ती हूं, वैसा असल जिंदगी में कभी नहीं हुआ। किसी ने मुझे ऐसे प्यार नहीं किया तो मैं भी कैसे कर लूं? करना भी तो पढ़ेगा न किसी को। मेरे पीछे कोई पागल नहीं हुआ। हालांकि, मुझे एक से बेतहाशा प्यार हो गया था, लेकिन यह किसी रिश्ते में तब्दील नहीं हुआ, क्योंकि यह मुमकिन ही नहीं था।"
मशवरा
नीना ने नई जोड़ियों को दी ये सलाह
नीना बोलीं, "सबसे बड़ी समस्या ये है कि आजकल लोग अपनी कमजोरियां एक-दूसरे के साथ साझा कर लेते हैं, जो बहस के दौरान फिर उभर आती हैं। इससे न सिर्फ दिल टूटता है, बल्कि विश्वास भी टूटता है। मैं तो अक्सर अपनी बेटी (मसाबा गुप्ता) से कहती हूं कि वह अपनी निजी भावनाओं को अपने तक ही सीमित रखे और किसी से इस बारे में बात न करे। अपने अतीत के बारे में बात न करे। बस वर्तमान में जिए।"
खुलासा
पहली बार IIT वाले लड़के के प्यार में पड़ी थीं नीना
नीना ने इस इंटरव्यू में अपने पहले पति के साथ अपनी पहली डेट का भी एक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, "मुझे पहला प्यार एक IIT वाले लड़के से हुआ था, जिससे मैंने आखिरकार शादी कर ली। उस समय मेरे कॉलेज की सहेलियां मुझसे बहुत जलती थीं। दरअसल, उनके माता-पिता उन्हें छोटे कपड़े पहनने की इजाजत नहीं देते थे और उनके अनुसार मैं एक आधुनिक लड़की थी। वो सलवार कमीज-चुन्नी पहनने वाली लड़कियां थीं और मुझसे जलती थीं।"
डेट
..जब मूवी डेट पर जाती-जाती रह गईं नीनी
नीना कहती हैं, "एक बार मैं और मेरा बॉयफ्रेंड फिल्म देखने जाने वाले थे। मैंने गलती से उन लड़कियों में से एक को अपनी योजना बता दी और फिर उन्होंने मेरी मां से चुगली कर दी कि मैं एक लड़के के साथ पिक्चर देखने जा रही हूं। फिर क्या था, मेरे माता-पिता ने मुझे जाने नहीं दिया। उस समय हमारे पास फोन नहीं थे, इसलिए मैं उसे बता नहीं पाई। वह मेरा इंतजार करता रहा।"