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'पंचायत सीजन 4' रिव्यू: जितेंद्र कुमार की सीरीज ने जनता को खुश किया या निराश?

'पंचायत सीजन 4' रिव्यू: जितेंद्र कुमार की सीरीज ने जनता को खुश किया या निराश?

Jun 24, 2025
12:26 pm

क्या है खबर?

बेहद लोकप्रिय वेब सीरीज 'पंचायत' का चौथा सीजन रिलीज हो चुका है, जिसे दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। जितेंद्र कुमार, रघुबीर यादव और नीना गुप्ता जैसे शानदार कलाकारों से सजी इस सीरीज के पिछले तीनों सीजन को दर्शकों से ढेर सारा प्यार मिला, वहीं समीक्षकों ने भी दिल खोलकर इस सीरीज की सराहना की है। ऐसे में आइए जानते हैं कि चौथा सीजन देखने के बाद लोग सोशल मीडिया पर कैसी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।।

प्रतिक्रिया

कुछ ने तारीफ तो कुछ ने की बुराई

एक ने लिखा, 'ये कोई शो नहीं है, बल्कि सिनेमा की संस्था है, जिसकी कहानी से लेकर, किरदार, राइटिंगख् निर्देशन एक-एक चीज 10 नंबरी है।' एक ने लिखा, 'इस बार चुनाव पर ज्यादा फोकस किया गया है। कलाकारों ने बढ़िया काम किया है लेकिन पहले वाली कॉमेडी सीजन में नजर नहीं आई है।' एक ने लिखा, 'वो पहले वाला मजा और सादगी नए सीजन से नदारद है।।' कुछ ने इसे अब तक का सबसे कमजोर सीजन बताया।

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यहां देखिए पोस्ट

कमी

एक्टिंग बढ़िया पर राइटिंग कमजोर

एक यूजर ने लिखा, 'पिछले सीजन की तुलना में ये बोरिंग है। बहुत कम कॉमेडी है। कहानी ऐसी लगी जैसे खींचा जा रहा है।' एक ने लिखा, 'इस बार मजा किरकिरा हो गया। इसमें ऐसा कुछ खास नहीं, जो याद रह जाए। एक कमेंट है, 'एक्टिंग तो सबकी बढ़िया है, पर राइटिंग कमजोर।' एक यूजर लिखते हैं, 'कैसे भी करके निर्माताओं ने एक सीजन खींचा है। बोरिंग, कोई मजेदार किस्सा नहीं।'

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लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आया चौथा सीजन

आलोचना

इससे बढ़िया तो मुफ्त में  ईरान-इजराइल युद्ध देख लो- यूजर

ज्यादातर लोगों ने नए सीजन को नकार दिया है। एक ने लिखा, 'मैंने पंचायत सीजन 4 देखा। यह बिल्कुल बकवास है। उन्होंने इसे अनावश्यक रूप से खींचा। सचिव जी और पिंकी के बीच भी कुछ खास नहीं हुआ। प्रधान जी भी थके हुए लग रहे हैं। ईरान-इजराइल युद्ध को न्यूज चैनलों पर मुफ्त में देखना इससे बेहतर है।' एक ने लिखा, 'पहले तो मुझे लगा ही नहीं कि ये पंचायत का चौथा सीजन है। उम्मीदों पर पानी फेर दिया।'

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पंचायत 4 को बताया बकवास

निष्कर्ष

औसत दर्जे का सीजन

'पंचायत सीजन 4' में भी 8 एपिसोड हैं। नए सीजन को समीक्षकों से भी कुछ खास सराहना नहीं मिली है। कुल मिलाकर न तो इसे खराब कहा जा सकता है और ना ही बेहतर। ये पूरी तरह से उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है। फुलेरा गांव को वो जादू इस सीजन में ज्यादातर दर्शकों को नजर नहीं आया। हालांकि, कलाकारों का प्रदर्शन हमेशा की तरह दमदार है और जनता की मानें तरह सीजन उन्हीं की उम्दा अदाकारी पर टिका है।