'नाटू-नाटू' के गायक काल भैरव ने एनटीआर और राम चरण के प्रशंसकों से क्यों मांगी माफी?
हाल ही में ऑस्कर जीतने वाले गाने 'नाटू-नाटू' के गायक काल भैरव ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक नोट साझा किया था। इसमें उन्होंने अपनी ऑस्कर समारोह में लाइव परफॉर्मेंस का मौका मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की थी। साथ ही उन्होंने इसके लिए 'RRR' की टीम को धन्यवाद भी दिया था। हालांकि, इसमें उन्होंने राम चरण और जूनियर एनटीआर का नाम नहीं लिखा, जो लोगों को पसंद नहीं आया। अब इसके लिए उन्होंने माफी मांगी है।
क्या कहा था पुराना ट्वीट?
गायक ने लिखा था, 'मैं आप लोगों से कुछ साझा करना चाहता हूं। मैं ऑस्कर में प्रस्तुति देने और टीम 'RRR' का प्रतिनिधित्व करने के लिए काफी कृतज्ञ हूं। मैं ये बताना चाहता हूं कि यह सिर्फ कुछ लोगों की वजह से मुमकिन हो सका जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इसका कारण हैं। वे लोग हैं, एसएस राजामौली, प्रेम रक्षित (कोरियोग्राफर) और एसएस कार्तिकेय। यह उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि यह गाना पूरी दुनिया तक पहुंच सका।'
अपने शब्दों के चुनाव के लिए माफी मांगता हूं- काल भैरव
काल भैरव के इस नोट के बाद लोग उनपर गाने के कलाकार राम चरण और एनटीआर का जिक्र न करने के लिए सवाल उठाने लगे। इसके बाद शनिवार को उन्होंने लिखा, 'मुझे कोई शक नहीं है कि तारक अन्ना और चरण अन्ना इस गाने और फिल्म की सफलता का कारण हैं। मैं सिर्फ उन लोगों की बात कर रहा था, जिन्होंने मुझे यह मौका दिलाने में मदद की। मैं अपने शब्दों के चुनाव के लिए माफी मांगता हूं।'
काल भैरव ने मांगी माफी
पहली बार ऑस्कर में लाइव प्रस्तुत किया गया था भारतीय गाना
ऑस्कर के लंबे इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब किसी भारतीय गाने की लाइव प्रस्तुति हुई। जैसे ही समारोह में दीपिका पादुकोण ने 'नाटू-नाटू' की प्रस्तुति का ऐलान किया, दर्शकों ने जमकर सीटियां और तालियां बजाईं और परफॉर्मेंस पूरी होने के बाद हर कोई जोश से भर गया। ऑस्कर में इसे स्टैंडिंग ओवेशन भी मिला। काल भैरव और राहुल सिप्लिगंज की जबरदस्त लाइव परफॉर्मेंस ने समारोह में मौजूद दर्शकों को उत्साहित कर दिया।
ऑस्कर जीतकर 'नाटू-नाटू' ने रचा इतिहास
'नाटू-नाटू' को ऑस्कर में बेस्ट ऑरिजिनल सॉन्ग की श्रेणी में विजेता घोषित किया गया था। पहली बार किसी भारतीय फिल्म के गाने को इस श्रेणी में ऑस्कर मिला है। गाने के ऑस्कर में नामांकित होने के बाद से ही प्रशंसक बेहद उत्साहित थे। 'नाटू-नाटू' के लिए संगीतकार एमएम कीरवानी ने इस गाने के लिए गोल्डन ग्लोब पुरस्कार भी जीता था। यह गाना कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार पा चुका है और भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ।
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