आलिया भट्ट को अपनी भूमिका में देखना चाहती हैं मां आनंद शीला, प्रियंका को किया खारिज
आध्यात्मिक गुरु ओशो की करीबी और बायोआतंकवाद की दोषी रहीं मां आनंद पर 2 प्रोजेक्ट की चर्चा चल रही है। हालांकि, दोनों ही फिल्मों का निर्माण शुरु नहीं हो सका है। इन फिल्मों में प्रियंका चोपड़ा और आलिया भट्ट के मुख्य भूमिका निभाने की चर्चा है। आनंद शीला फिल्म को छोड़ने के लिए प्रियंका को कानूनी नोटिस भेज चुकी हैं, जबकि आलिया को चुने जाने से वह सहमत हैं। अब उन्होंने इन फिल्मों पर विस्तार से बात की।
मेरी पसंद आलिया हैं- आनंद शीला
एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में शीला ने बताया कि ना तो अभिनेत्री प्रियंका ना ही निर्देशक बैरी लैविनसन ने उनके जीवन पर फिल्म बनाने से पहले उनसे इजाजत ली। उन्होंने कहा, "उन्होंने (प्रियंका) कभी मुझसे औपचारिक रूप से नहीं पूछा। निर्देशक ने भी नहीं बात की। मुझसे इस बारे में सिर्फ पत्रकारों ने पूछा है। मेरी पसंद आलिया हैं, क्योंकि उस उम्र में मैं उनके जैसी ही दिखती थी।"
शकुन बत्रा बनाने वाले थे वेब सीरीज
शकुन बत्रा ने शीला के जीवन पर एक प्रोजेक्ट शुरू किया था। इसमें वह आलिया को मुख्य भूमिका में लेने वाले थे। सकुन शीला पर वेब सीरीज बनाने वाले थे। हालांकि, उन्होंने दीपिका पादुकोण और अनन्या पांडे की फिल्म 'गहराइयां' पर काम शुरू कर दिया और यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया। बत्रा शीला पर बनी नेटफ्लिक्स की डॉक्युमेंट्री 'सर्चिंग फॉर शीला' के सह-निर्माता रह चुके हैं। यह डॉक्युमेंट्री कुछ साल पहले शीला की भारत यात्रा पर आधारित थी।
प्रियंका को भेजा था नोटिस
2021 में शीला ने प्रियंका को ई-मेल के जरिए एक नोटिस भेजा था। एक पोर्टल से बातचीत में उन्होंने बताया था, "मैंने उनको बताया था कि मैंने उन्हें फिल्म करने की इजाजत नहीं दी है, क्योंकि मैंने उन्हें नहीं चुना है। स्विट्जरलैंड में हम आसानी से कानूनी नोटिस भेज सकते थे। मैंने उन्हें ई-मेल किया था, जिसे वहां कानूनी नोटिस माना जाता है।" इस फिल्म का निर्माण अमेजन प्राइम वीडियो कर रहा था।
कौन हैं मां आनंद शीला?
मां आनंद शीला का असली नाम शीला अंबालाल पटेल है। वह एक गुजराती-स्विस महिला हैं। 80 के दशक में वह अमेरिका में ओशो के ओरेगॉन आश्रम में उनके सचिव के रूप में काम कर रही थीं। 1986 में वह बायोआतंकवाद में भूमिका के लिए दोषी पाई गई थीं और 4 साल की जेल की सजा हुई थी। इस घटना में 700 से ज्यादा लोगों को जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना ने भी सांसारिक जीवन छोड़कर ओशो के ओरेगन आश्रम में रहने चले गए थे। यहां उन्हें माली का काम दिया गया था। शीला के अनुसार, विनोद काफी मगन होकर अपना काम करते थे। उनके लिए उनका काम ही ध्यान था।