करीना ने दिया जवाब, क्यों नहीं किया कपूर खानदान की बहू-बेटियों ने काम; कैसे टूटी परंपरा?
करीना कपूर जल्द ही फिल्म 'जाने जान' में नजर आएंगी। यह फिल्म इसलिए खास है, क्योंकि इसके जरिए वह OTT पर कदम रखने जा रही हैं। हाल ही में करीना ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने कपूर खानदान की उस परंपरा पर भी बात की, जिसके चलते उनके परिवार की बहू-बेटियों को फिल्मी दुनिया में काम करने की इजाजत नहीं थी और इस मामले में अभिनेत्री ने अपने पिता रणधीर कपूर की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े।
पहले जानिए क्या थी कपूर परिवार की परंपरा?
राज कपूर के पिता और करीना के परदादा पृथ्वीराज कपूर परिवार की महिलाओं के फिल्म इंडस्ट्री में जाने के सख्त खिलाफ थे। पृथ्वीराज ने घर की महिलाओं के सिनेमा में काम करने पर पाबंदी लगा रखी थी। करिश्मा और करीना की मां बबीता और चाची नीतू कपूर सिंह भी अपने चमके करियर को छोड़कर ही इस परिवार का हिस्सा बनी थीं। पृथ्वीराज कतई नहीं चाहते थे कि उनके खानदान की कोई भी महिला एक्टिंग की दुनिया में कदम रखे।
करीना ने पिता को दिया श्रेय
उस समय परिवार के मुखिया रहे पृथ्वीराज की सालों से चली आ रही इस प्रथा को करिश्मा कपूर ने फिल्मों में आकर खत्म किया। इंडियन एक्सप्रेस से हालिया बातचीत में इस पर करीना ने कहा, "मुझे खुशी है कि हमने फिल्मी दुनिया में एंट्री ली और इसका पूरा श्रेय मेरे पिता रणधीर कपूर को जाता है, जिन्होंने हमें पूरी आजादी दी। वह समय के साथ बदले और उन्होंने करिश्मा और मुझे फिल्मों में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।"
अपने पिता को बताया सबसे अच्छा
करीना ने अपने पिता को सबसे कूल और अच्छा बताया। रणधीर, राज कपूर के सबसे बड़े बेटे हैं। जब रणधीर ने परिवार से बबीता से शादी करने की बात कही थी तो पूरा परिवार उनके खिलाफ हो गया था। उस समय कपूर खानदान में किसी हीरोइन से शादी करना अपराध माना जाता था। रणधीर को बबीता से इतना प्यार था कि उन्होंने उनके लिए अपने परिवार से बगावत कर ली। हालांकि, बहू बनने के बाद बबीता को एक्टिंग छोड़नी पड़ी।
मेरे पिता हमेशा समय से बहुत आगे रहे हैं- करीना
करीना ने कहा, "करिश्मा के समय में अभिनेत्री बनना बहुत मुश्किल था, क्योंकि इसकी अनुमति नहीं थी। उनसे पहले कपूर खानदान की किसी लड़की ने ऐसा नहीं किया था। करिश्मा ने उस मिथक को तोड़ दिया कि कपूर परिवार की महिलाएं फिल्मी दुनिया में काम नहीं करतीं।" उन्होंने कहा, "हमारे पिता ने हमारा पूरा समर्थन किया, क्योंकि वह बहुत खुले विचारों वाले और हमेशा समय से बहुत आगे रहे हैं।" करीना ने अपने पिता को अपना दोस्त और मार्गदर्शक बताया।
क्यों थी कपूर परिवार की महिलाओं को काम करने की मनाही?
पहले कपूर महिलाओं के फिल्मों में काम न करने के बारे में करीना ने कहा, "वो समय अलग था। 1970 के दशक में और चीजें थीं, क्योंकि समय आज जैसा नहीं था। उस दौर में शादियां हुईं तो वास्तव में कपूर खानदान की महिलाओं ने फिल्मी दुनिया में काम नहीं किया।" उन्होंने कहा, "हालांकि, मुझे खुशी है कि मेरे पिता समय के साथ चले। आपको अपने बच्चों के लिए बदलना जरूरी है। पुरानी विचारधारा और समय से बाहर निकलें।"
न्यूजबाइट्स प्लस
करिश्मा ने 1991 में फिल्म 'प्रेम कैदी' से बॉलीवुड में कदम रखा था और उस समय उनकी उम्र महज 17 साल थी। दूसरी तरफ करीना ने साल 2000 में फिल्म 'रिफ्यूजी' से अभिनय की दुनिया में दस्तक दी। दोनों ही बहनों ने खूब नाम कमाया।