कंगना ने दिलजीत पर साधा निशाना, बोलीं- खालिस्तानियों का सहयोग किया था, अगला नंबर तुम्हारा है
क्या है खबर?
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को लेकर देशभर में राजनीति गरमाई हुई है। पंजाब पुलिस अमृतपाल की खोजबीन कर रही है। राज्य पुलिस को कोर्ट की फटकार भी पड़ी थी।
अभिनेत्री कंगना रनौत ने कुछ दिन पहले खालिस्तान को लेकर अमृतपाल से बहस की चुनौती स्वीकार की थी। अब उन्होंने मामले में अभिनेता दिलजीत दोसांझ को घेर लिया है।
कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरी में दिलजीत को एक मीम में टैग किया है और उनके जल्द गिरफ्तार होने की चेतावनी दी है।
खबर
कंगना ने दिलजीत को दी चेतावनी
कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरी में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 'पोल्स आ गई पोल्स' मीम शेयर किया और दिलजीत को टैग किया।
साथ ही उन्होंने क्रॉस के निशान के साथ 'खालिस्तान' लिखा।
अगली स्टोरी में उन्होंने लिखा, 'जिन्होंने भी खालिस्तानियों का सहयोग किया था, अगला नंबर तुम्हारा है। पोल्स (पुलिस) आ चुकी है। ये वो वक्त नहीं जब कोई भी कुछ भी करता था। देश के साथ गद्दारी या टुकड़े करने की कोशिश अब महंगी पड़ेगी।'
झगड़ा
कंगना ने ताजा किया पुराना झगड़ा
साल 2020 में किसान आंदोलन के दौरान ट्विटर पर कंगना और दिलजीत का खूब झगड़ा हुआ था। दिलजीत आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में थे, वहीं कंगना लगातार आंदोलनकारियों को खालिस्तान समर्थक बता रही थीं।
इसी बात को लेकर दोनों के बीच ट्विटर पर झगड़ा शुरू हुआ था और दोनों ने खुलेआम एक-दूसरे को अपशब्द कहे थे। अब अमृतपाल पर पुलिस ने शिकंजा कसा तो कंगना फिर से उस झगड़े को सामने ले आई हैं।
चुनौती
अजनाला हिंसा के बाद भी गुस्से में दिखी थीं कंगना
फरवरी में अमृतपाल और उनके समर्थकों द्वारा की गई हिंसा के बाद भी कंगना का गुस्सा फूटा था।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, 'अमृतपाल सिंह ने खुलेआम देश को चुनौती दी थी कि अगर कोई भी उससे बौद्धिक स्तर पर बहस करे तो वह खालिस्तान की मांग को जायज साबित कर सकता है। मैं हैरान हूं कि किसी ने उसकी चुनौती स्वीकार नहीं की। अगर खालिस्तानी मुझ पर हमला या मेरी हत्या न करें तो मैं बहस को तैयार हूं।'
मामला
क्या है मामला?
अमृतपाल खालिस्तानी समर्थक समूह 'वारिस पंजाब दे' का मुखिया है। उनका मुखिया बनने के बाद से पंजाब में युवा इस गुट से जुड़ रहे थे, जिससे राज्य में अराजकता फैलने की आशंका थी।
पिछले महीने अमृतपाल ने सहयोगियों के साथ पंजाब के अजनाला में थाने में हिंसा भी की थी।
फिलहाल पुलिस ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया हुआ है। उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी लगाया गया है और उनकी तलाश लगातार जारी है।