निर्देशक देवाशीष मखीजा को महंगी पड़ी 'जोरम' की विफलता, कहा- मेरे पास कुछ नहीं बचा
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी को आखिरी बार फिल्म 'जोरम' में देखा गया था। यह फिल्म पिछले साल 8 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, लेकिन फिल्म को दर्शक नसीब नहीं हुए। 'जोरम' का निर्देशन देवाशीष मखीजा ने किया था। फिल्म की कहानी भी उन्होंने ही लिखी, जिसे खूब सराहा गया। अब देवाशीष ने 'जोरम' की विफलता पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इसके साथ उन्होंने खुलासा किया कि फिल्म की अफलता ने उन्हें दिवालिया बना दिया।
मैं दिवालिया हो गया हूं- देवाशीष
देवाशीष ने कहा, "मैंने अपनी किसी भी फिल्म से पैसा नहीं कमाया है। ऐसा ही 'जोरम' के साथ हुआ। मैं दिवालिया हो गया हूं। मुझे किराया चुकाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। मैं अभी मकान मालिक के आगे हाथ-जोड़ रहा हूं कि मुझे घर से मत निकालो।" उन्होंने आगे कहा, "यदि आप अपनी कला को प्राथमिकता देना चाहते हैं तो यही वह कीमत है जो आपको चुकानी होगी। मैं साइकिल खरीदने का जोखिम भी नहीं उठा सकते। "
देवीशीष की स्क्रिप्ट पर नहीं है किसी को दिलचस्पी
देवाशीष ने खुलासा किया कि उनके पास लगभग 20 कहानियां लिखी हुई हैं जिनमें किसी की कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा, "मेरी पहली फिचर फिल्म 'अज्जी' 2017 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। ये फिल्म महज 1 करोड़ रुपये बनी थी और उम्मीद थी कि यह कम से कम अपना बजट वापस कर लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह फिल्म सिर्फ 15 लाख रुपये ही जुटा पाई।" बता दें, 'जोरम' को आप अमेजन प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं।