कभी क्लर्क की नौकरी करते थे धर्मेंद्र, जानिए उनसे जुड़ीं रोचक और अनसुनी बातें
धर्मेंद्र को कोई 'ही मैन' कहता है, कोई एक्शन किंग, कोई रोमांस का बादशाह तो कोई हंसी का बादशाह। वो इसलिए कि अंदर से बहुत ही नरम अभिनेता धर्मेंद्र ने अपने फिल्मी करियर में रोमांटिक, एक्शन और कॉमेडी हर जॉनर की फिल्में की हैं। वह हर भूमिका को अपने शानदार अभिनय से जीवंत बनाने में माहिर हैं। 8 दिसंबर को धर्मेंद्र का जन्म हुआ था। ऐसे में आइए जानते हैं उनसे जुड़ीं कुछ अनसुनी बातें।
सुरैया के दीवाने थे धर्मेंद्र
अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री सुरैया की खूबसूरती के चर्चें भला कहां नहीं थे? कोई उनकी आंखों की तारीफ करता था तो कोई उनकी खूबसूरत मुस्कान का कायल था। ऐसा कहते हैं कि फिल्मों में आने से पहले धर्मेंद्र सुरैया के इस कदर दीवाने थे कि उन्होंने 1949 में रिलीज हुई सुरैया की फिल्म 'दिल्लगी' दो या तीन बार नहीं, बल्कि चालीस बार देखी थी। धर्मेंद्र उस वक्त सुरैया और दिलीप कुमार के जबरा फैन हुआ करते थे।
हीरो बनने से पहले रेलवे में क्लर्क थे धर्मेंद्र
धर्मेंद्र ने बताया था कि फिल्मों में आने से पहले वह रेलवे में क्लर्क की नौकरी करते थे। उस समय उन्हें इस काम के बदले 125 रुपये महीना सैलरी मिलती थी। धर्मेंद्र के पिता लुधियाना के एक गांव के स्कूल में हेड मास्टर थे और वह चाहते थे उनका बेटा रेलवे में काम करता रहे, लेकिन धर्मेंद्र अपना मन बना चुके थे। वह 1958 में मुंबई आ गए थे। उन्होंने मुंबई फिल्मफेयर टैलेंट हंट में भाग लिया और जीता भी।
कई रातें सिर्फ चने खाकर गुजारीं
एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने बताया था कि उन्होंने कई रातें सिर्फ चने खाकर और स्टेशन के बेंच पर सो कर गुजारी थीं। इतना ही नहीं फिल्म निर्माताओं से मिलने के लिए वह मीलों पैदल चलकर जाते थे, जिससे कुछ पैसे बचा सकें और कुछ खाने को ले सकें। धर्मेंद्र बताते हैं, "एक वक्त ऐसा भी था, जब मैं भरपेट खाना भी नहीं खा पाता था। एक बार तो शशि कपूर ने मुझे अपने घर ले जाकर खाना खिलाया था।"
फिल्मों में काम पाने के लिए खाई दर-दर की ठोकर
फिल्म इंडस्ट्री में बतौर अभिनेता काम पाने के लिए धर्मेंद्र ने सालों तक संघर्ष किया। वह एक स्टूडियो से दूसरे स्टूडियो भटकते रहे। धर्मेंद्र जहां भी जाते, उन्हें खरी खोटी सुननी पड़ती। धर्मेंद्र क्योंकि विवाहित थे, इसलिए कुछ निर्माता उनसे यह कहते कि यहां तुम्हें काम नहीं मिलेगा। कुछ लोग उनसे यह तक कहते कि तुम्हें अपने गांव लौट जाना चाहिए और वहां जाकर फुटबॉल खेलनी चाहिए, लेकिन धर्मेंद्र ने उनकी बात को अनसुना कर अपना संघर्ष जारी रखा।
51 रुपये में साइन की अपनी पहली फिल्म
इस बीच धर्मेंद्र की मुलाकात निर्माता-निर्देशक अर्जुन हिंगोरानी से हुई, जिन्होंने धर्मेंद्र की प्रतिभा को पहचान अपनी फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' में काम करने का मौका दिया। इस फिल्म के लिए धर्मेंद्र को महज 51 रुपये मिले थे। फिल्म की असफलता से उन्होंने यहां तक सोच लिया कि मुंबई में रहने से अच्छा है गांव लौट जाया जाए। बाद में धर्मेंद्र ने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए फिर हिम्मत दिखाई और संघर्ष करने लगे।
..जब धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी से गुपचुप रोमांस करने का निकाला ये तोड़
धर्मेंद्र की शादी फिल्मों में उनके आने से पहले ही हो गई थी। ऐसे में जब शादीशुदा धर्मेंद्र की नजदीकियां कुंवारी हेमा मालिनी से बढ़ने लगीं तो वह खूब सुर्खियों में रहने लगे। इसके बाद धर्मेंद्र जिन-जिन फिल्मों में हेमा के साथ शूट करते, उन फिल्मों के कैमरामैन को रिश्वत दे देते। हेमा संग रोमांटिक सीन के रीटेक बार-बार हों, इसके लिए वह कैमरामैन से कह देते कि उसे उस शॉट को एक बार में ओके नहीं करना।
न्यूजबाइट्स प्लस (बोनस इंफो)
धर्मेंद्र विश्व सिनेमा के उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं, जिन्होंने मुख्य अभिनेता के रूप में 100 से अधिक सफल फिल्में की हैं। 1997 में उन्हें हिंदी सिनेमा में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इन फिल्मों में नजर आएंगे धर्मेंद्र
धर्मेंद्र जल्द ही करण जौहर की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में नजर आएंगे। इसके अलावा वह फिल्म 'अपने 2' को लेकर भी सुर्खियों में हैं। इसमें धर्मेंद्र अपने दोनों बेटों सनी, बॉबी और अपने पोते करण के साथ दिखाई देेंगे।