
फरहान अख्तर को उनके भरोसेमंद ड्राइवर ने लगाया लाखों का फटका, पेट्रोल पंप पर किया झोल
क्या है खबर?
पिछले कुछ दिनों से अभिनेता, निर्माता-निर्देशक और गायक फरहान अख्तर फिल्म '120 बहादुर' को लेकर चर्चा में हैं। कुछ दिन पहले इसका दूसरा टीजर रिलीज हुआ था। एक ओर जहां प्रशंसक उनकी इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं इसी बीच अब फरहान एक नई वजह से चर्चा में आ गए हैं। खबर है कि उनके ड्राइवर ने उनकी मां हनी ईरानी की गाड़ियों में पैट्रोल भरवाने के बहाने उन्हें लाखों रुपये का चूना लगा दिया है।
घोटाला
पेट्रोल पंप कर्मचारी के साथ मिलकर की धोखाधड़ी
फरहान के परिवार के भरोसेमंद ड्राइवर पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगा है। ड्राइवर ने फरहान के क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल कर करीब 12 लाख रुपये की ठगी की। जानकारी के मुताबिक, ड्राइवर ने ये झोल अकेले नहीं, बल्कि बांद्रा के एक पेट्रोल पंप कर्मचारी के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया है। पुलिस के मुताबिक, 35 साल के आरोपी ड्राइवर नरेश सिंह ने ये धोखाधड़ी बांद्रा स्थित एक पेट्रोल पंप कर्मचारी अरुण सिंह के साथ मिलकर की।
मामला
कैसे सामने आया मामला?
नरेश ने फरहान के नाम पर पंजीकृत क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल पेट्रोल पंप पर बार-बार किया, लेकिन वो गाड़ी में डीजल नहीं भराता था। वो कार्ड स्वाइप करता था और अरुण उसे नकद पैसा दे देता था और हर बार 1,000 से 1,500 रुपये अपने कमीशन के रूप में रख लेता था। पोल तब खुली, जब 1 अक्टूबर को फरहान की मां हनी ईरानी की मैनेजर दीया भाटिया ने डीजल-पेट्रोल के खर्चों का हिसाब-किताब का ब्योरा चेक किया।
तिकड़म
तीन अलग-अलग क्रेडिट कार्ड से लगाई चपत
जांच में पता चला कि जिस कर में ड्राइवर पेट्रोल भरवाता था, उसकी क्षमता 35 लीटर थी, लेकिन उसके खाते में 62 लीटर डीजल भरा हुआ दिखाया गया। जब भाटिया ने उससे पूछताछ की तो उसने केवल 1 कार्ड से पेट्रोल-डीजल भरवाने की बात कही। फिर जांच में साफ हुआ कि उसने फरहान के नाम पर जारी 3 कार्डों का उपयोग किया था और उस गाड़ी के लिए भी तेल खरीदा था, जो 7 साल पहले बेच दी गई थी।
कबूलनामा
पहले की टालमटोल, फिर कुबूला जुर्म
जब नरेश से इस पर पूछताछ की गई तो वो टालमटोल करने लगा। उसकी तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, लेकिन कार्ड की हिस्ट्री चेक करने पर पूरा मामला सामने आया। मैनेजर दीया भाटिया ने जब नरेश को हनी ईरानी के सामने पेश किया तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। 1 अक्टूबर को भाटिया ने बांद्रा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि ड्राइवर और पंप कर्मचारी ने मिलकर लगभग 12 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।
लेन-देन
3 साल से चल रहा था फर्जी लेन-देन
नरेश ने बताया कि उसे ये कार्ड 2022 में फरहान के पुराने ड्राइवर संतोष कुमार से मिले थे। तब से वो पेट्रोल पंप कर्मचारी के साथ मिलकर नकली लेन-देन कर रहा था। कार्ड से पेट्रोल भरे बिना ही उसे कैश मिल जाता था, जो 1,000 से 1,500 रुपये के बीच होता था। पुलिस ने नरेश और अरुण सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 , 418 और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।