'120 बहादुर' के टीजर ने खींचा ध्यान, लता मंगेशकर की आवाज ने लगाए चार चांद
क्या है खबर?
फरहान अख्तर पिछले काफी समय से फिल्म '120 बहादुर' को लेकर चर्चा में हैं। एक ओर उनकी इस फिल्म के नाम को लेकर विवाद तेज है, वहीं दूसरी ओर अब फरहान ने इसका दूसरा टीजर सोशल मीडिया पर प्रशंसकों के साथ साझा किया है। इसमें एक ओर जहां फरहान बहादुर बनकर दहाड़ लगाते नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्वर कोकिला लता मंगेशकर की आवाज में गाए हुए गाने ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए हैं।
टीजर
लता की जयंती पर फरहान का फैंस को ताेहफा
टीजर आते ही सोशल मीडिया पर छा गया है। लोगों का कहना है कि इस फिल्म के जरिए फरहान 'भाग मिल्खा भाग' वाली सफलता दोहराने वाले हैं। जहां उनकी एक्टिंग दर्शकों का ध्यान खींच रही है, वहीं बैकग्राउंड में बज रहा दिवंगत गायिका लता मंगेशकर की आवाज में गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' ने आंखें नम कर दी हैं। दरअसल, 28 सितंबर को लता की 96वीं जयंती है। फरहान ने जानकर इसी खास मौके पर टीजर रिलीज किया है।
कहानी
रेजांग ला की जंग पर बनी है फिल्म
फिल्म की बात करें तो ये 1962 की रेजांग ला की जंग पर बनी है, जिसमें फरहान, मेजर शैतान भाटी का किरदार निभा रहे हैं, जिन्होंने युद्ध के दौरान गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी सुरक्षित जगह पर जाने से इनकार कर दिया था और वो अपनी आखिरी सांस तक लड़ते रहे थे। एक्सेल मूवी एंटरटेनमेंट ने टीजर साझा कर लिखा, 'पराक्रम, देशभक्ति, बलिदान। रेजांग ला के वीरों की वीरता और बलिदान की याद। 1962, 120 बहादुर।'
किरदार
बहादुर बनकर दहाड़े फरहान
टीजर चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच साल 1962 के युद्ध के बलिदान की याद दिलाता है। ये फिल्म इसी युद्ध में रेजांगला में शहीद हुए जवानों के पराक्रम और साहस की कहानी है, जहां 120 बहादुर भारतीय सैनिक चीन के 3,000 सैनिकों से लड़ते हुए नजर आए थे। टीजर में फरहान कहते हैं, "दिखा दो उन्हें, वो 3,000 हैं तो क्या हुआ? भारत मां की रक्षा के लिए उसका हर एक बेटा 100 के बराबर है।"
रिलीज
इस साल 21 नवंबर को रिलीज होगी फिल्म
फरहान फिल्म के सह-निर्माता भी हैं। रजनीश घई के निर्देशन में बनी ये फिल्म 21 नवंबर, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। पिछले दिनों गुरुग्राम में फिल्म के नाम को बदलने को लेकर अहीर समुदाय के लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि फिल्म का नाम बदलकर '120 बहादुर अहीर' कर दिया जाए। उनका कहना है कि उनके पूर्वजों ने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं और फिल्म में किसी और चीज पर जोर दिया गया है।