जन्मदिन विशेष: अमिताभ की वे खास बातें जो उन्हें बनाती हैं 'शहंशाह'
क्या है खबर?
बॉलीवुड के 'शहंशाह' अमिताभ बच्चन छह दशकों से बड़े पर्दे पर लोगों के 'हीरो' बने हुए हैं। 11 अक्टूबर को वह 80 वर्ष के हो गए।
कई प्रशंसकों के लिए वह सिर्फ एक फिल्म स्टार नहीं, बल्कि भगवान के समान हैं।
उनके बारे में कोई भी चिंताजनक खबर आते ही देशभर के प्रशंसक प्रार्थनाओं में जुट जाते हैं, उनके लिए खास हवन-पूजन भी करवाते हैं।
ऐसे में नजर डालते हैं, उन खूबियों पर जिनकी वजह से उन्होंने यह सम्मान कमाया।
जन्मदिन
देश यूं मना रहा है अमिताभ के जन्मदिन का जश्न
अमिताभ 11 अक्टूबर को 80 वर्ष के हो गए हैं। दिग्गज हस्तियों के साथ उनके प्रशंसक उन्हें बधाई दे रहे हैं।
उनके जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके उन्हें बधाई दी।
इस खास मौके पर मल्टीप्लेक्स चेन PVR उनको समर्पित खास फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कर रहा है, जिसमें 70-80 के दशक की उनकी यादगार फिल्में दिखाई जा रही हैं।
11 अक्टूबर को उनकी फिल्म 'गुडबाय' के टिकट मात्र 80 रुपये में दिए जा रहे हैं।
जानकारी
'सात हिन्दुस्तानी' से की अभिनय की शुरुआत
अमिताभ का जन्म 11 अक्टूबर, 1942 को इलाहाबाद में हुआ था। 1969 में उन्होंने फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' से अभिनय की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने फिल्म 'जंजीर', 'सत्ते पे सत्ता', 'मुकद्दर का सिकंदर', 'डॉन', 'दीवार' जैसी फिल्मों से अपनी छाप छोड़ी।
किरदार
चुनौतीपूर्ण किरदारों से समृद्ध की अपनी विरासत
रोमांटिक और ऐक्शन किरदारों के अलावा अमिताभ के चुनौतीपूर्ण किरदार उन्हें सबसे अलग बनाते हैं।
अमिताभ कभी चुनौतीपूर्ण किरदार करने पीछे नहीं हटते। उन्होंने कई ऐसे किरदार किए जो उन्हें हर किसी से अलग करता है।
फिल्म 'पा' में उन्होंने प्रोजेरिया नाम की बीमारी से पीड़ित 12 साल के बच्चे का किरदार निभाया था।
फिल्म 'सरकार', 'ब्लैक', 'झूम बराबर झूम', 'नि:शब्द' जैसी फिल्मों से उन्होंने अपनी विरासत को और समृद्ध किया है।
होस्ट
दिग्गज अभिनेता के साथ बेहतरीन होस्ट भी हैं अमिताभ
अमिताभ बेहतरीन अभिनेता के साथ एक शानदार होस्ट भी हैं।
अमिताभ चर्चित शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के 13 सीजन होस्ट कर चुके हैं। इस शो के जरिए वह दो दशक से ज्यादा समय से टीवी पर मौजूद हैं।
उनके अंदाज में 'देवियों और सज्जनों' की घर-घर में नकल की जाती है।
शो में तनाव से भरे प्रतिभागी, उनकी इमोशनल कहानियों और हंसी-मजाक से जिस तरह वे खुद को जोड़ते हैं, उनके इस अंदाज के दशकों से दर्शक कायल हैं।
पुरस्कार
पुरस्कारों के भी 'शहंशाह' हैं अमिताभ
अमिताभ अभिनय के शहंशाह तो हैं ही, वह पुरस्कारों के भी शहंशाह हैं। अमिताभ अपने नाम कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार कर चुके हैं।
उन्होंने फिल्म 'अग्निपथ' (1991), 'ब्लैक' (2005), 'पा' (2009) और 'पीकू' (2015) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था।
2019 में उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया।
1984 में उन्हें पद्मश्री, 2001 में पद्मभूषण और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
प्रेरणा
परिस्थितियों को भी चुनौती देती है अमिताभ की ऊर्जा
अमिताभ कभी हार नहीं मानने वाली शख्सियतों में से एक हैं।
'कुली' के सेट पर जानलेवा हादसे का शिकार होने के बाद जब वह लौटे तो उनकी ऊर्जा ने सबको हैरान कर दिया था।
उम्र के इस पड़ाव में भी वह लगातार काम में व्यस्त रहते हैं।
बीते दिनों वह कोविड से ठीक होते ही 'KBC' के सेट पर लौट आए।
पिछले साल महामारी के बीच अमिताभ के घर पर ही 'KBC' का सेट बनाया गया था
उम्र
इस उम्र में भी ढल नहीं रही अभिनय की चमक
ढलती उम्र के साथ अमिताभ के अभिनय की चमक कम नहीं हुई है।
उनकी हालिया फिल्म 'गुडबाय' में उनके अभिनय ने हर किसी की आंखें नम कर दीं।
वह बीते दिनों 'झुंड', 'चेहरे', 'बदला' जैसी फिल्मों में शानदार किरदारों में नजर आए थे।
फिल्म 'पिंक' में वकील के किरदार में दर्शकों की सोच को झकझोर दिया।
'102 नॉट आउट' फिल्म में उन्होंने बुढ़ापे में भरपूर जिंदगी जीना सिखाया।
उनकी नई फिल्म 'ऊंचाई' नवंबर में रिलीज होने वाली है।
अनसुनी बातें
न्यूजबाइट्स प्लस
कम ही लोग जानते हैं कि अमिताभ का असली नाम इंकलाब श्रीवास्तव है। उनके पिता हरिवंश राय ने अपने नाम के आगे बच्चन इसलिए लगाया था क्योंकि वह जातिप्रथा के विरोधी थे।
अमिताभ का बंगला 'जलसा' सारी दुनिया में उनके घर के रूप में प्रसिद्ध है।
आपको हैरानी होगी कि यह बंगला अमिताभ ने खुद नहीं खरीदा था। यह निर्माता एनसी सिप्पी का घर था, जिसे उन्होंने अमिताभ को गिफ्ट कर दिया था।