'धूम धाम' रिव्यू: यामी गौतम की अदाकारी के लिए देखना चाहें तो देख लें फिल्म
क्या है खबर?
यामी गौतम पिछली बार फिल्म 'आर्टिकल 370' में नजर आई थीं और उनकी इस फिल्म को दर्शकों से खूब तारीफें मिली थीं।
पिछले कुछ समय से यामी फिल्म 'धूम धाम' को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म में उनकी जोड़ी अभिनेता प्रतीक गांधी के साथ बनी है।
फिल्म के ट्रेलर ने इसकी रिलीज को लेकर दर्शकों की उत्सकुता बढ़ा दी थी।
आज यानी 14 फरवरी को यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है।
आइए जानें कैसी है 'धूम धाम'।
कहानी
शादी की पहली रात की कहानी
कहानी की शुरुआत कोयल (यामी) और वीर (प्रतीक) की सुहागरात से होती है, जो शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाती है।
कोयल न सिर्फ मारधाड़, बल्कि गालियां देने में भी माहिर हैं। उधर उसके दूल्हे राजा वीर सीधे-सादे और थोड़े डरपोक किस्म के हैं, जिसके शादी की पहली ही रात अपनी पत्नी का असली रूप देख होश उड़ जाते हैं।
उनका सामना कुछ गुंडों से होता है, जिसके बाद दोनों की जिंदगी में अफरा-तफरी मच जाती है।
अभिनय
यामी को मिले 10 में से 10 नंबर
यामी ने फिल्म में अच्छा काम किया है। उन्हें पहले कभी ऐसे किरदार में नहीं देखा गया। उन्हें गुंडों की धुलाई करते और गोलियां बरसाते देखना एक अलग ही अनुभव है।
यामी की दबंगई और धाकड़ अंदाज देखने में अच्छा लगता है। कुल मिलाकर वह जब भी पर्दे परआईं, उन्होंने रंग जमाए रखा।
उधर सीधे-सादे लड़के की भूमिका में प्रतीक भी दिल जीत लेते हैं। एजाज खान ने अच्छा काम किया है, वहीं प्रतीक बब्बर का कैमियो भी असरदार है।
निर्देशन
निर्देशक पास हुए या फेल?
'धूम धाम' के निर्देशक ऋषभ सेठ हैं और उनका निर्देशन साधारण है। उनकी निर्देशन क्षमता सीमित दिखती है।
ऐसा कुछ वह फिल्म में रचते नहीं हैं, जो दर्शकों को टक-टकी बांधकर फिल्म देखने को विवश कर दे। हालांकि, यामी और प्रतीक जैसे कलाकारों की प्रतिभा को उन्होंने बखूबी फिल्म में भुनाया है।
1 घंटें 48 मिनट की उनकी इस फिल्म की कहानी में कुछ नयापन नहीं है, वहीं फिल्म में रोमांच भरने की कोशिश में भी निर्देशक नाकाम ही रहे।
कमियां
ये भी हैं कमियां
पटकथा कमजाेर है। कॉमिक थ्रिलर है, लेकिन रोमांच नहीं है।
प्रतीक और यामी की जोड़ी भी बेमेल है। गीत संगीत भी फिल्म का बस ऐंवई है। फिल्म खत्म होने के बाद न तो कोई गाना याद रहता है और ना ही किसी गाने की धुन जहन में अटक पाती है।
कहानी के कंफ्यूजन की मारी इस फिल्म में कॉमेडी तो है, लेकिन फिर भी मजा आधा-अधूरा सा लगता है।
मनोरंजन की भी कमी है। फिल्मांकन भी अधपका सा लगता है।
निष्कर्ष
देखें या ना देखें?
क्यों देखें?- इस फिल्म की जान यामी की दमदार अदाकारी पर टिकी है। लिहाजा उनके लिए तो आप यह फिल्म OTT पर देख ही सकते हैं। फिल्म दर्शनीय तो है, लेकिन प्रंशसनीय नहीं हैं। फिर भी अगर आपको हल्के-फुल्के मनोरंजन की चाह है और टाइम बहुत है तो आप इसे एक मौका जरूर दे सकते हैं।
क्यों न देखें?- अगर आपको वीकेंड के 2 घंटे बचाने हैं तो इसे छोड़ भी देंगे तो ज्यादा कुछ जाएगा नहीं।
न्यूजबाइट्स स्टार- 2/5