दलेर मेहंदी के भारत आने के खिलाफ थे दारा सिंह, गायक ने खुद किया खुलासा
दलेर मेहंदी को भारतीय संगीत जगत में अलग मुकाम हासिल है। यूं तो गायक ने पंजाबी संगीत से अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन शायद ही कोई ऐसा हो, जो उनके गानों पर न झूमा हो। भारत के शीर्ष गायकों में शुमार मेहंदी, अमेरिका में कैब चलाते थे। जब वह गायकी में करियर बनाने अमेरिका से भारत आने वाले थे, तब उन्हें दारा सिंह ने सिख दंगों की वजह से यहां आने से मना किया था।
अपना अलग रास्ता बनाना चाहते थे मेहंदी
मेहंदी अमेरिका में वर्क वीजा पर अपने भाइयों के साथ रहते थे। उनकी योजना थी कि कुछ समय बाद वे लोग शराब की दुकान या फिर पेट्रोल पंप खरीद लेंगे। ल्लनटॉप से बातचीत में मेहंदी ने कहा, "वहां पर यही काम था, लेकिन मुझे लगता था कि मेरा रास्ता अलग है, मैं कुछ बनना चाहता था, दुनियाभर में मशहूर होना चाहता था।" मेहंदी ने ग्रीन कार्ड मिलने के 1 महीना पहले ही वापसी का टिकट करा लिया था।
दारा ने भारत आने से किया था मना
गायक ने खुलासा किया कि एक बार वह एक कार्यक्रम में परफॉर्म कर रहे थे। वहां पर दारा और कबीर बेदी जैसे सितारे आए हुए थे। उन्होंने बताया, "शो खत्म होने के बाद सभी लोग बहुत खुश हुए, लेकिन दारा उनसे मिलने आए। उन्होंने उन्हें भारत वापस जाने की अपनी योजना के बारे में बताया।" उन दिनों 1984 का सिख दंगा चर्चा में था। ऐसे में दारा ने उन्हें भारत वापस न जाने की सलाह दी थी।
दारा ने अमेरिका में करियर बनाने की दी थी सलाह
दारा ने मेहंदी से कहा, "अगर आप अपने लिए करियर बनाना चाहते हैं तो आप वहां भी बना सकते हैं। भारत जाने की कोई वजह नहीं है।" मेहंदी ने बताया, "कई लोगों ने यही कहना शुरू कर दिया। उन दिनों 1984 के दंगे हुए थे और ये '86 की बात है। मुझसे कहा जाता था क्या दिया इंडिया ने, वहां कोई रास्ता नहीं है, जगह नहीं है, सारे दुश्मन हैं वहां हमारे।"
ग्रीन कार्ड मिलने से पहले वापस आ गए मेहंदी
मेहंदी ने बताया, "मेरे एक दोस्त ने मेरा मजाक उड़ाया कि हां मुझे भारत जाना चाहिए। वहां बप्पी लहरी, आरडी बर्मन सब मेरा ही तो इंतजार कर रहे हैं। मेरे बिना तो वहां कोई गाना गाने वाला नहीं है। सभी लोग मुझपे हंसने लगे। 2 महीने बाद मैंने चुपचाप अपनी वापसी की टिकट करा ली। एक महीने बाद मुझे ग्रीन कार्ड मिलने वाला था। मुझे लगा मैं यहां फंस जाऊंगा और वो नहीं कर पाऊंगा, जो करना चाहता हूं।"
न्यूजबाइट्स प्लस
दलेर का जन्म अगस्त, 1967 में पटना में हुआ था। वह 5 साल की उम्र से गाने लगे थे। कहा जाता है कि गायकी सीखने के लिए उन्होंने अपना घर तक छोड़ दिया था। शुरुआती दिनों में वह 1 रुपये लेकर गाना सुनाया करते थे।