कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 में ईरानी निर्देशक मोहम्मद रसूलोफ पर क्यों लगा प्रतिबंध? जानिए पूरा मामला
क्या है खबर?
दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह में से एक कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 की धूम इस समय चारों ओर देखने को मिल रही है।
देश-विदेश के सभी फिल्मकार और कलाकार इसके 76वें संकरण में धमाल मचाने के लिए तैयार हैं। जहां सभी अपनी-अपनी फिल्मों का प्रतिनिधित्व करने पहुंचेंगे, वहीं ईरानी निर्देशक मोहम्मद रसूलोफ ऐसा करने में असर्मथ रहेंगे।
दरअसल, मोहम्मद को तेहरान ने कान्स फिल्म फेस्टिवल में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
चलिए जानते हैं क्यों।
रोक
कान्स 2024 में नहीं जा पाएंगे मोहम्मद
ईरान ने गुरुवार को मोहम्मद को प्रतिबंधित करने का फैसला गुरुवार को लिया। बता दें, मोहम्मद की फिल्म 'द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग' इस फेस्टिवल के सर्वोच्च सम्मान 'पाल्मे डी'ओर' की रेस में शामिल है।
गौरतलब है कि पिछले साल मोहम्मद को 'कान्स अन सर्टेन रिगार्ड' जूरी का हिस्सा बनना था, लेकिन उन पर लगे यात्रा प्रतिबंधों के कारण वह ऐसा नहीं नहीं कर पाए थे।
सवाल यह उठता है कि आखिर उन पर ये प्रतिबंध लगे क्यों?
प्रतिबंध
क्यों गिरफ्तार किए गए थे मोहम्मद?
2021 में मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, मोहम्मद और फिल्मकार मुस्तफा अल-अहमद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला था, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
प्रशासन के अनुसार, मोहम्मद और अल-अहमद पर देश के दक्षिणपश्चिमी इलाके में अशांति पर सरकार की हिंसक कार्रवाई का विरोध कर देश की सुरक्षा को कमजोर करने का आरोप लगाया गया था।
इस पोस्ट में सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार सामने आया था, जिसकी वजह से सरकार का विरोध हुआ था।
कार्रवाई
ईरानी सरकार ने की थी कड़ी कार्रवाई
मोहम्मद ने फिल्म 'देयर इज नो एविल' के जरिए मृत्युदंड की तीखी आलोचना थी। इसके बाद 2021 में उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर सरकार की कार्रवाई की निंदा की और जेल गए।
हालांकि, उनकी तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें 2023 में जेल से बाहर निकाला गया था। बाद में उन्हें माफ कर दिया गया, लेकिन उन पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया गया था।
बता दें, ईरानी सरकार अक्सर उन निर्देशकों पर कठोर कार्रवाई करती रहती है, जो उनके प्रशासन के आलोचक रहे।
परिचय
कौन हैं मोहम्मद?
मोहम्मद एक प्रमुख ईरानी फिल्मकार हैं, जिन्होंने अपनी ज्यादातर फिल्मों के माध्यम से समाजिक मुद्दे उठाए हैं। उन्हें उनकी फिल्मों के लिए जाना जाता है और उन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से ईरानी धार्मिक मान्यताओं पर भी सवाल उठाए हैं।
बता दें, मोहम्मद की फिल्में कई पुरस्कार अपने नाम कर चुकी हैं।
मोहम्मद और अल-अहमद के अलावा ईरान में जाफर पनाही नामक फिल्मकार को भी गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है, इनकी फिल्में दुनियाभर में प्रशंसा प्राप्त कर चुकी हैं।
भारत
30 साल बाद कान्स पहुंची भारतीय फिल्म
कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024, 14 मई से 25 मई तक होने वाला है। इस फेस्टिवल में देश-विदेश से कई फिल्मों के प्रीमियर होंगे। यह एक बड़ा समारोह है, जो फिल्म इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण है।
इस बार यह भारत के लिए भी खास होने वाला है। दरअसल, पायल कपाड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' कान्स के लिए चुनी गई है।
यह एक गर्व की बात है क्योंकि 30 साल बाद किसी भारतीय फिल्म ने इसमें जगह बनाई है।