1962 भारत-चीन युद्ध पर बनी यह फिल्म आज तक नहीं हुई रिलीज, जानिए कारण
इस समय लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनाव जारी है। 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद यह समय दोनों देशों के बीच सबसे अधिक तनावपूर्ण स्थिति है। 15 जून की रात हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने पर भारत-चीन युद्ध के उस दौर की यादें फिर से ताजा हो गई हैं। क्या आपको पता है कि 1962 भारत-चीन युद्ध पर बनी एक ऐसी फिल्म है जो आज तक रिलीज नहीं हुई है? आइए जानें।
यह फिल्म नहीं हो सकी थी रिलीज
1962 के भारत-चीन युद्ध पर आधारित फिल्म 'भूल ना जाना' एक ऐसी फिल्म है जो आज तक रिलीज नहीं हो पाई है क्योंकि इस पर रोक लगा दी गई थी। इसका मुख्य कारण यह था कि जब यह फिल्म रिलीज होने वाली थी, तब भारत-चीन के रिश्ते पटरी पर आते दिख रहे थे। बता दें कि इस फिल्म को निर्माता जगन शर्मा ने बनाया था और इसमें संगीत दान सिंह का था।
विदेश मंत्रालय से नहीं मिली थी फिल्म को मंजूरी
इस फिल्म को बनाने में पूरे 10 साल लगे थे यानी 1962 में बननी शुरू हुई यह फिल्म साल 1972 में जाकर पूरी हुई थी। साल 1972 में यह फिल्म सेंसर बोर्ड से तो पास हो गई, लेकिन इसे विदेश मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिली और फिल्म रिलीज रूक गई। इस बारे में मंत्रालय का कहना था कि इस फिल्म के रिलीज होने से भारत-चीन रिश्ते फिर खराब हो सकते हैं जो उस समय पटरी पर आते दिख रहे थे।
उस दौर में सुपरहिट थे फिल्म के गाने
फिल्म 'भूल ना जाना' भले ही रिलीज न हो सकी हो, लेकिन उस समय इसके गाने सुपरहिट जरूर हो गए थे। इस फिल्म के दो गाने बहुत मशहूर हुए जिसमें से गुलजार का लिखा एक गीत 'पुकारो मुझे नाम लेकर पुकारो' मुकेश की आवाज में लोगों की जुबां पर चढ़ गया था। वहीं, दूसरा गीता दत्त का गाया गाना 'मेरे हमनशीं मेरे हमनवां मेरे पास आ मुझे थाम ले' भी खूब चला था।
कुछ इस प्रकार थी फिल्म की कहानी
इस फिल्म में 1962 के युद्ध के दौरान चीनी सेना के भारतीय परिवारों पर किए जुल्म की कहानी को बयां किया गया था। इसमें दो भारतीय परिवारों की कहानी थी जिसमें खुद निर्माता जगन शर्मा ने एक परिवार के सदस्य की भूमिका निभाई थी। वहीं दूसरा परिवार एक डॉक्टर का था जिसकी भूमिका अभिनेता पिंचू कपूर ने निभाई थी। लेकिन अफसोस 10 साल की कड़ी मेहनत के बाद भी इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई।
चीन सीमा पर लंबे समय से जारी है तनाव
भारत और चीन के बीच पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से लद्दाख में सीमा को लेकर विवाद चल रहा है।इसे सुलझाने के लिए कई स्तरीय बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है। 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए। घटना में 43 चीनी सैनिकों के मारे जाने की खबरें भी हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।