भूमि पेड़नेकर के लिए मायने नहीं रखते बॉक्स ऑफिस आंकड़े, बताया क्या है सफलता का मतलब
ज्यादातर फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों को प्रभावित करने वाली भूमि पेडनेकर काफी समय से फ्लॉप होती फिल्मों परेशान थीं। हालांकि, हाल ही में OTT पर रिलीज हुई उनकी फिल्म 'भक्षक' ने एक बार फिर उनके लिए सराहनाओं के दरवाजे खोल दिए हैं। फिल्म को दर्शकों से लेकर समीक्षकों तक ने 'भक्षक' को खूब पसंद किया। ऐसे में हाल ही में अभिनेत्री ने इसकी सफलता और फिल्मों के चयन को लेकर खुलकर बातचीत की।
'भक्षक' की सफलता देख उत्साहित भूमि
साल 2015 में आयुष्मान खुराना के साथ भूमि की पहली फिल्म 'दम लगा के हईशा' रिलीज हुई थी। फिल्म की रिलीज को हाल में 9 साल हुए हैं। इसकी सफलता और प्रतिक्रिया को याद करते हुए, भूमि ने कहा कि वह 'भक्षक' की सफलता देख उसी तरह का उत्साह महसूस कर रही हैं जैसा उन्होंने अपनी पहली फिल्म के साथ अनुभव किया था। वह बोलीं, "मैं बहुत खुश हूं। यह कुछ ऐसा है जिसकी मुझे बहुत जरूरत थी।"
किरदारों से प्रभाव डालना भूमि को पसंद
'टॉयलेट - एक प्रेम कथा', 'बधाई दो' जैसी सामाजिक फिल्में करने वाली भूमि ने इन किरदारों और फिल्मों की ओर अपनी पसंद पर जोर दिया और कहा कि ऐसे किरदार दर्शकों को पसंद आते हैं। इतना ही नहीं यह समाज पर भी गहरा प्रभाव छोड़ती हैं। वह बोलीं, "मुझे सामाजिक मुद्दों पर बनी फिल्में करने मजा आता है। मुझे अपने काम से प्रभाव डालना पसंद है। मुझे दर्शकों से इस तरह के किरदारों की प्रशंसा सुनकर बहुत आनंद मिलता है।"
'थैंक्यू फॉर कमिंग' ने 'भक्षक' के प्रभाव से निकलने में की मदद
भूमि के अनुसार कई बार ऐसा भी होता है कि उनकी फिल्में सामाजिक मुद्दा उठाया जाता, लेकिन फिल्म मेरा किरदार हमेशा दमदार रहता है। भूमि ने एक दिलचस्प किस्सा साझा करते हुए बताया, "भक्षक' की शूटिंग खत्म करने के बाद ही मैंने तुरंत 'थैंक यू फॉर कमिंग' की शूटिंग शुरू कर दी थी। 'भक्षक' की शूटिंग काफी कठिन थी। हालांकि, इसकी शूटिंग के बाद मैं 'भक्षक' के दौरान की मानसिक स्थिति से बाहर आ सकी क्योंकि यह कॉमेडी फिल्म थी।"
अभिनेताओं को नंबर गेम में नहीं पड़ना चाहिए- भूमि
भूमि चाहती हैं कि वह जो भी भूमिका करें, उसमें अपना 100% दें, चाहे वह किरदार जैसा भी हो। भूमि बोलीं, "मैंने हमेशा अपने करियर में प्रयोग किए हैं। अब एक अभिनेता के लिए यह मायने नहीं रखता कि उसकी फिल्म कहां रिलीज होगी। हालांकि, बॉक्स ऑफिस रिलीज को लेकर थोड़ा दबाव अधिक होता है क्योंकि फिल्मों को उनके प्रदर्शन और आंकड़ों के आधार पर आंका जाता है। लेकिन मेकर्स और अभिनेताओं को नंबर गेम में नहीं फंसना चाहिए।"
पत्रकार बन 'भक्षक' में चमकीं भूमि
'भक्षक' बिहार के मुजफ्फरपुर में यौन उत्पीड़न का शिकार होती बच्चियों की वास्तविक कहानी पर आधारित है। फिल्म में इस भयावह घटना को बड़े करीब से दिखाया गया है। भूमि फिल्म में पत्रकार की भूमिका में दिखी हैं। यह 'नेटफ्लिक्स' पर मौजूद है।