महात्मा गांधी पर टिप्पणी के बाद असम कांग्रेस ने कंगना के खिलाफ दर्ज कराई FIR
क्या है खबर?
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का विवादों से पुराना नाता रहा है। वह हमेशा किसी ना किसी विवाद को लेकर सुर्खियों में छाई रहती हैं।
हाल में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि देश को असली आजादी 2014 में मिली। इसके बाद कई लोगों ने उनके पद्म पुरस्कार वापस लेने की मांग की थी।
अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर टिप्पणी के बाद असम कांग्रेस ने कंगना के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।
रिपोर्ट
कांग्रेस की असम इकाई ने गुरुवार को दर्ज कराया मामला
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस की असम इकाई ने गुरुवार को कंगना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
उनपर महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और शहीदों का अपमान करने का आरोप लगाया गया है।
इस FIR में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि 1947 में आजादी महात्मा गांधी और हजारों लोगों के बलिदान के बाद मिली थी। कंगना पर इन महान विभूतियों के अपमान का आरोप लगा है।
बयान
कंगना ने महात्मा गांधी पर उठाया था सवाल
एक कार्यक्रम में बोलते हुए कंगना ने कहा था, "उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी, वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।"
इसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी पर भी सवाल उठाया था कि उन्होंने भगत सिंह को मरने दिया।
इसके अलावा उन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि दूसरा गाल आगे करने से 'भीख' मिलती है ना कि आजादी।
अनुरोध
असम कांग्रेस ने पुलिस से कार्रवाई का किया अनुरोध
असम कांग्रेस का मानना है कि कंगना के बयान से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस बयान से देश सहित असम के लोगों को ठेस पहुंची है।
असम कांग्रेस ने पुलिस से आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। गुवाहाटी के दिसपुर पुलिस स्टेशन में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (APCC) द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
इससे पहले कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा सहित कई लोगों ने उनके पद्म पुरस्कार वापस लेने की मांग की थी।
बयान
पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?- वरुण गांधी
इस मामले में हाल में आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुंबई पुलिस को शिकायत देकर कंगना के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की थी।
अभिनेत्री के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की गई थी।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी कंगना के बयान की आलोचना करते हुए इसकी तुलना देशद्रोह से की थी। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, 'इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए वरुण गांधी का ट्विटर पोस्ट
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
सम्मान
हाल में पद्मश्री से सम्मानित हुईं कंगना
हाल में दिल्ली में कंगना को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
सम्मान हासिल करने के बाद वीडियो जारी कर कंगना ने कहा था कि एक अभिनेत्री के रूप में उन्हें पहले कई पुरस्कार मिले थे, लेकिन पद्मश्री ने दिखाया कि कैसे देश ने उन्हें एक 'आदर्श नागरिक' के रूप में भी महत्व दिया।
सोशल मीडिया पर तो कंगना की गिरफ्तारी की मांग भी की गई है। लोगों का मानना है कि उनके बयान से भावनाएं आहत हुई हैं।