कोई साबित करे कि मैंने गलत किया, तो पद्मश्री लौटा दूंगी- कंगना रनौत
क्या है खबर?
अभिनेत्री कंगना रनौत ने हाल में एक इंटरव्यू में कहा था कि देश को असली आजादी 2014 में मिली। इसके बाद कांग्रेस नेता आनंद शर्मा सहित कई लोगों ने उनके पद्म पुरस्कार वापस लेने की मांग की थी।
कइयों का मानना था कि उनके बयान से शहीदों का अपमान हुआ है।
अब कंगना ने सोशल मीडिया पर कहा है कि यदि कोई साबित कर दे कि उन्होंने कुछ गलत किया है, तो वह पद्मश्री लौटा देंगी।
बयान
कंगना ने क्या कहा था?
एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए कंगना ने कहा था, "सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी, वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।"
इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में बवाल मच गया था।
इंस्टाग्राम स्टोरी
कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरी में किया अपना बचाव
बयान को लेकर आलोचना झेल रहीं कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरी में खुद को सही साबित करने की कोशिश की है।
उन्होंने स्टोरी में लिखा, 'मैंने सारी बातें साफ तौर पर कही थीं कि 1857 में आजादी के लिए पहली संगठित लड़ाई लड़ी गई। साथ में सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी के बलिदान पर भी बात की गई। 1857 का मुझे पता है लेकिन 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई, इसकी मुझे जानकारी नहीं है।'
आरोप
कंगना ने महात्मा गांधी पर भी उठाया सवाल
उन्होंने आगे लिखा, 'अगर कोई मेरी इस बात पर जानकारी बढ़ाए, तो मैं अपना पद्मश्री वापस कर माफी मांग लूंगी। मैंने रानी लक्ष्मी बाई जैसी शहीद पर बनी फीचर फिल्म में काम किया है। 1857 की पहली आजादी की लड़ाई पर काफी रिसर्च किया है।'
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रवाद के साथ दक्षिणपंथ का उभार हुआ, लेकिन यह अचानक खत्म कैसे हो गया।
कंगना ने महात्मा गांधी पर भी सवाल उठाया कि उन्होंने भगत सिंह को मरने दिया।
प्रतिक्रिया
पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?- वरुण गांधी
इस मामले में गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुंबई पुलिस को शिकायत देकर कंगना के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की थी।
अभिनेत्री के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की गई थी।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी कंगना के बयान की आलोचना करते हुए इसकी तुलना देशद्रोह से की थी। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, 'इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए वरुण गांधी का ट्विटर पोस्ट
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
सम्मान
हाल में पद्मश्री से सम्मानित हुईं कंगना
सोमवार को दिल्ली में कंगना को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
सम्मान हासिल करने के बाद वीडियो जारी कर कंगना ने कहा था कि एक अभिनेत्री के रूप में उन्हें पहले कई पुरस्कार मिले थे, लेकिन पद्मश्री ने दिखाया कि कैसे देश ने उन्हें एक 'आदर्श नागरिक' के रूप में भी महत्व दिया।
सोशल मीडिया पर तो कंगना की गिरफ्तारी की मांग भी की गई है। लोगों का मानना है कि उनके बयान से भावनाएं आहत हुई हैं।